आरटीओ बनकर लूटते थे ट्रक, क्राइम ब्रांच ने दो को गिरफ्तार किया

चित्राहाट थाना क्षेत्र में पिछले दिनों की थी लूट, पुलिस ने निशानदेही पर माल भी किया बरामद

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Nov 2018 08:30 AM (IST) Updated:Mon, 19 Nov 2018 08:30 AM (IST)
आरटीओ बनकर लूटते थे ट्रक, क्राइम ब्रांच ने दो को गिरफ्तार किया
आरटीओ बनकर लूटते थे ट्रक, क्राइम ब्रांच ने दो को गिरफ्तार किया

आगरा (जागरण संवाददाता): शातिरों का गिरोह बोलेरो पर नीली बत्ती लगाकर वारदात को अंजाम देता था। उन्होंने आरटीओ बनकर कई वाहन लूटे। पुलिस ने दो को गिरफ्तार किया है।

कौशांबी के जमालपुर करारी निवासी एजाज अहमद 19 सितंबर को केले से भरा ट्रक लेकर जसवंत नगर से होकर जा रहा था। तभी नीली बत्ती लगी बोलेरो ने ओवरटेक कर ट्रक रोक लिया। आरटीओ बनकर आए लोगों ने चालक और क्लीनर को ट्रक से नीचे उतारा। इसके बाद मारपीट की और हाथ-पैर व आंखें बंद कर दीं। इसके बाद कचौरा घाट के पास चित्राहाट क्षेत्र में छोड़कर भाग गए। एजाज ने मुकदमा दर्ज कराया। क्राइम ब्रांच टीम और चित्राहाट पुलिस ने शनिवार को कचौरा घाट के पास से सफेद रंग की बोलेरो में सवार फीरोजाबाद के थाना उत्तर में इंद्रानगर निवासी धर्मेद्र और ककरऊ कोठी निवासी संतोष उर्फ चिकना को गिरफ्तार कर लिया। इनकी निशानदेही पर लूटा गया ट्रक और तमंचे बरामद हुए हैं। शातिरों के साथी बाह के विक्रमपुर निवासी अनिरुद्ध और कमल फरार हैं। गिरफ्तार शातिर इससे पहले भी इसी तरह कई लूट कर चुके हैं। गिरफ्तार करने वाली टीम में क्राइम ब्रांच प्रभारी रवि त्यागी, एसओ चित्राहाट त्रिपुरेश कौशिक, एसआइ सुनील तिवारी समेत अन्य शामिल रहे।

लाखों समेटकर भागा शातिर एक वर्ष बाद गिरफ्तार

आगरा: सदर के डिफेंस कॉलोनी में लोगों से लॉटरी के नाम पर लाखों रुपये समेट लिए। इसके बाद शातिर घर से ताला लगाकर भाग गया। आरोपित के खिलाफ सदर थाने में मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। अब उसे जेल भेज दिया गया है।

डिफेंस कॉलोनी निवासी संदीप कुमार लॉटरी का काम करता था। क्षेत्र के बहुत से लोगों ने भरोसा कर उसके यहां लॉटरी डाल दी। लॉटरी पूरी होने के समय पर वह लोगों से टालमटोल करने लगा। इसके बाद दिसंबर 2017 में वह घर से ताला लगाकर फरार हो गया। लोगों ने मकान पर पोस्टर लगाकर अपने ताले भी लगा दिए थे। जून 2018 में इस मामले में धीरज शर्मा ने सदर थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया। उन्होंने अपने 6.90 लाख रुपये के साथ-साथ 72 लाख रुपये की ठगी का आरोप लगाया था। दो दिन पहले सदर पुलिस ने उसे दिल्ली से गिरफ्तार कर यहां ले आई। कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया। धीरज का कहना है कि वह जेल जाने से पहले भी अदालत में धमकी देकर गया है।

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