मृत किसानों की अस्थि कलश यात्रा में दी श्रद्धांजलि

एत्मादपुर फतेहाबाद के बाद शमसाबाद क्षेत्र में कराया गया भ्रमण मृत किसानों को जगह-जगह दी गई श्रद्धांजलि

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 06:30 AM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 06:30 AM (IST)
मृत किसानों की अस्थि कलश यात्रा में दी श्रद्धांजलि
मृत किसानों की अस्थि कलश यात्रा में दी श्रद्धांजलि

जागरण टीम, आगरा। लखीमपुर खीरी कांड में जान गंवाने वाले किसानों की अस्थि कलश यात्रा गुरुवार को एत्मादपुर, फतेहाबाद के बाद शमसाबाद पहुंची। जगह-जगह मृत किसानों को श्रद्धांजलि दी गई।

सिस्टम सुधार संगठन के प्रदेश अध्यक्ष अंशुमन ठाकुर के नेतृत्व में अस्थि कलश यात्रा गुरुवार को अपराह्न एत्मादपुर तहसील परिसर में पहुंची। यहां मृत किसानों को नमन किया गया। इसके बाद यात्रा शाम पांच बजे फतेहाबाद के लिए रवाना हो गई। किसान संयुक्त मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता हरेंद्र सिंह बाजवा, राष्ट्रीय महासचिव लखबिंदर कौर, राजवीर सिंह जादौन, प्रेम अतुल, महासचिव हरदीप सिंह पौड़ी, अंशुमन ठाकुर, कपिल ठाकुर, मुलायम सिंह चौहान, नरेश चौहान, रामू पंडित आदि मौजूद रहे।

शाम 6:30 बजे भाकियू के जिलाध्यक्ष राजवीर लवानिया के नेतृत्व में यात्रा डौकी के पवावली गांव में पहुंची। जहां किसानों ने बड़ी संख्या में श्रद्धासुमन अर्पित किए। भारत सिंह, श्रीलाल तोमर, रामप्रकाश धाकरे, तांतीराम जादौन, मानसिंह प्रधान, निरोत्तम, गजेंद्र सिंह, अंशुमान ठाकुर, प्रदीप शर्मा, आमीर खां, श्याम चाहर, दिनेश कुमार मौजूद रहे।

रात को यात्रा अखिल भारतीय किसान सभा के प्रदेशाध्यक्ष भारत सिंह के निवास पर पहुंची। यहां भारत सिंह, श्रीलाल तोमर, तातीराम, पूरन सिंह, अंशुमान, अजय उपाध्याय, मनीष उपाध्याय, शैल कुमार, गजेंद्र मौजूद रहे। आज यहां पहुंचेगी अस्थि कलश यात्रा

शुक्रवार को अखिल भारतीय किसान महासभा के प्रदेश अध्यक्ष भारत सिंह के निवास से अस्थि कलश यात्रा सुबह 7:30 बजे गांव सुडरई पहुंचेगी। आठ बजे चितौरा के किसान नेता रोहन सिंह के यहां पहुंचेगी। 8:30 बजे बमरौली कटारा के लिए रवाना होगी। अयोध्या में जन्म लेंगे भगवान राम

जागरण टीम, आगरा। फतेहाबाद कस्बे में चल रही श्री वृजराज रासेश्वरी लीला संस्थान वृंदावन द्वारा रामलीला महोत्सव में बुधवार रात रावण जन्म का मंचन किया गया। अयोध्या के राजा मनु और उनकी पत्नी सतरूपा अपने पुत्र उस्तानपाद को राज सिंहासन पर बिठाकर तपस्या करने के लिए जाते हैं। 60 हजार वर्ष तपस्या करने के बाद बह्मा, विष्णु और महेश आते हैं और भगवान विष्णु कहते हैं कि वे उनके कुल में मानव अवतार में राम के रूप में जन्म लेंगे। इसके साथ ही रावण, कुंभकरण और बिभीषण के जन्म का मंचन भी किया गया। डा. हरीओम शर्मा, अध्यक्ष वेदप्रकाश गुप्ता, पूर्व चेयरमैन चिरंजीलाल माहौर, महेश श्रीवास्तव, पप्पू जारौलिया, शिवम शर्मा, बलवीर सिंह गुर्जर, राजू झा, राजेश चौहान आदि मौजूद रहे।

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