Treatment of CoronaVirus Patient: आगरा में गंभीर मरीजों के इलाज का संकट, SNMC भी हुआ फुल
कोरोना संक्रमित गंभीर मरीजों के इलाज में आ रही समस्या। कोरोना संक्रमित 928 मरीजों का चल रहा इलाज। पुराने 100 बेड के कोविड हॉस्पिटल को गंभीर मरीजों के लिए तैयार किया जा रहा है। इसके लिए उपकरण खरीदे जा रहे हैं।
आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमित 58 साल के मरीज का निजी कोविड हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। हर रोज का खर्चा 40 हजार है। मरीज की हालत गंभीर है, वे एसएन के कोविड हॉस्पिटल में मरीज भर्ती कराने के लिए सिफारिश लगा रहे हैं। मगर, एसएन के आइसीयू में बेड खाली नहीं है। कोरोना के सक्रिय केस 928 है। इसमें से कोरोना संक्रमित गंभीर मरीजों के इलाज में समस्या आ रही है। मरीज की तबीयत बिगडने पर स्वजन निजी कोविड हॉस्पिटल में भर्ती करा रहे हैं। मगर, निजी कोविड हॉस्पिटल में हर रोज 40 से 50 हजार रुपये का खर्चा आ रहा है। मरीज की तबीयत में भी सुधार नहीं हो रहा है। ऐसे में कोरोना संक्रमित गंभीर मरीज को स्वजन एसएन मेडिकल कॉलेज के कोविड हॉस्पिटल में भर्ती कराने के लिए चक्कर लगा रहे हैं। मगर, एसएन के कोविड हॉस्पिटल में आइसीयू फुल है। कोरोना संक्रमित गंभीर मरीजों के स्वजनों से आइसीयू में बेड खाली होने तक इंतजार करने के लिए कहा जा रहा है।
प्राचार्य डॉ संजय काला ने बताया कि गंभीर हालत मरीजों को निजी कोविड हॉस्पिटल से एसएन रेफर किया जा रहा है। ऐसे में पुराने 100 बेड के कोविड हॉस्पिटल को गंभीर मरीजों के लिए तैयार किया जा रहा है। इसके लिए उपकरण खरीदे जा रहे हैं। निजी कोविड हॉस्पिटल कर रहे मनमानी कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए चार निजी कोविड हॉस्पिटल हैं। सरकार द्वारा चार्ज निर्धारित करने के बाद भी निजी अस्पताल संचालक मनमानी कर रहे हैं। तीमारदार मरीज की नाजुक हालत होने के कारण शिकायत नहीं कर रहे हैं। इससे निजी कोविड हॉस्पिटल संचालक 10 दिन का बिल तीन से पांच लाख तक बना रहे हैं। सीएमओ डॉ आरसी पांडे ने बताया कि निजी कोविड हॉस्पिटल में औचक जांच कराई जाएगी, मरीज से अधिक चार्ज लिया जा रहा है तो वह शिकायत कर सकता है। इस तरह के मामलों में जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।