आगरा में सवारी को लेकर ट्रैवल एजेंसी मालिकों में विवाद, थाने में देर रात हुआ बखेड़ा

कहासुनी के बाद दोनों पक्षों में मारपीट हो गई। माननीय पुत्र अौर हिंदू संगठन के पदाधिकारी थाने में आए आमने-सामने। पुलिस ने घंटेभर चले हंगामे के बाद बिना लिखापढ़ी के छोड़े ट्रैवल एजेंसी संचालक। रात तीन बजे तक थाने में ह्रंगामा चला।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Thu, 28 Jan 2021 01:34 PM (IST) Updated:Thu, 28 Jan 2021 01:34 PM (IST)
आगरा में सवारी को लेकर ट्रैवल एजेंसी मालिकों में विवाद, थाने में देर रात हुआ बखेड़ा
दो ट्रैवल एजेंसी संचालकों के बीच बुधवार देर रात जमकर मारपीट हुई।

आगरा, जागरण संवाददाता। दो ट्रैवल एजेंसी कर्मचारियों के बीच सवारी को लेकर हुआ विवाद थाने पहुंच गया। हिमायत में पहुंचे माननीय पुत्र और हिंदू संगठन के पदाधिकारियों में भी आपस में ठन गई। इसके बाद कई घंटों तक थाने में हंगामा चला। इसके बाद देर रात पुलिस ने बिना लिखापढ़ी के ट्रैवल एजेंसी संचालकों को भी छोड़ दिया।

नामनेर स्थित ओम साईं ट्रैवल्स और पंडित ट्रैवल्स के बीच बुधवार रात को एक आटो रुका था। दोनों ट्रैवल एजेंसी के कर्मचारी आटो से सवारी को अपनी बस में बैठने को कह रहे थे। इसको लेकर कर्मचारियों में विवाद हुआ। फिर दोनों ट्रैवल एजेंसियों के मालिक भी आपस में भिड़ गए। कहासुनी के बाद दोनों पक्षों में मारपीट हो गई। इसके बाद दोनों पक्ष थाना रकाबगंज पहुंच गए। एक ट्रैवल एजेंसी मालिक के समर्थन में थाने में माननीय पुत्र पहुंच गए। वहीं पास में रहने वाले एक हिंदू संगठन के पदाधिकारी दोनों में समझौता कराने वहां पहुंचे। दोनों को समझाने के दौरान हिंदू संगठन के पदाधिकारी ने थाने में ही एक ट्रैवल एजेंसी संचालक को थप्पड़ मार दिया। इसको लेकर माननीय पुत्र और हिंदू संगठन पदाधिकारी के बीच भी तनातनी हो गई। पुलिस ने हिंदू संगठन के पदाधिकारी को भी थाने में बैठा लिया। जानकारी होते ही माननीय पुत्र के समर्थक थाने पहुंच गए। वहीं हिंदू संगठन के पदाधिकारी भी बड़ी संख्या में थाना रकाबगंज पहुंच गए। रात तीन बजे तक थाने में ह्रंगामा चला। इसके बाद भी पुलिस बैकफुट पर आ गई। ट्रैवल एजेंसी मालिकों और हिंदू संगठन के पदाधिकारी को बिना लिखापढ़ी के थाने से छोड़ दिया। इंस्पेक्टर रकाबगंज दिनेश कुमार का कहना है कि ओम साईं ट्रैवल्स और पंडित ट्रैवल्स के कर्मचारी और मालिकों के बीच विवाद हुआ था। थाने में कुछ लोग समर्थन में आए थे। देर रात दोनों पक्षों में समझौता हो गया। इसलिए इसमें कोई कार्रवाई नहीं की गई।

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