Tokyo Olympics 2020: ओलिंपियन जगबीर आगरा में बोले, दुनिया की शीर्ष टीमों में शामिल होने को तैयार है भारतीय हाकी टीम
Tokyo Olympics 2020 ओलिंपियन जगबीर सिंह ने कहा कि युवा खिलाड़ियों ने किया बेहतर प्रदर्शन। चार दशक बाद ओलिंपिक के सेमीफाइनल में पहुंचने से खिलाड़ियों में खुशी। वर्ष 1928 1932 1936 1948 1952 और 1956 में भारतीय टीम ने ओलिंपिक में स्वर्ण पदक जीते थे।
आगरा, जागरण संवाददाता। युवा खिलाड़ियों के बेहतर प्रदर्शन से भारतीय हाकी टीम ओलिंपिक के सेमीफाइनल में पहुंची है। हार्दिक ने 40 मीटर तक अकेले गेंद लेकर आगे बढ़ते हुए तीन खिलाड़ियों को छकाकर स्ट्राइक ली। गोलकीपर ने गोल को बचाया, लेकिन रिबाउंड में हार्दिक ने उसे गोल में बदल दिया। इस खिलाड़ी की प्रतिभा ने पुन: साबित कर दिया है कि विश्व में निरंतर परचम फहराने वाली भारतीय हाकी एक बार फिर दुनिया की शीर्ष टीमों में शामिल होने और अच्छे प्रदर्शन को तैयार है।
रविवार को 'दैनिक जागरण' से विशेष वार्ता में ओलिंपियन जगबीर सिंह ने यह बात कही। उन्होंने वर्ष 1988 और 1992 के ओलिंपिक में देश का प्रतिनिधित्व किया था। जगबीर ने कहा कि भारतीय पुरुष हाकी टीम का चार दशक बाद ओलिंपिक के सेमीफाइनल में पहुंचना बहुत ही खुशी की बात है। हाकी में भारत के नाम सर्वाधिक ओलिंपिक पदक हैं। दो बार स्वर्ण पदकों की हैट्रिक भी है। वर्ष 1928, 1932, 1936, 1948, 1952 और 1956 में भारतीय टीम ने ओलिंपिक में स्वर्ण पदक जीते थे। जगबीर सिंह ने कहा कि सेमीफाइनल में बेल्जियम के खिलाफ मुकाबला मुश्किल होगा। अच्छे मनोबल और आत्मविश्वास के साथ खेल रही भारतीय टीम कुछ भी कर सकती है। क्वार्टर फाइनल में ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ भारत को पेनल्टी कार्नर नहीं मिले, जो हमारी मजबूती है। यह बेल्जियम के खिलाफ निर्णायक साबित होंगे। हालांकि, जिस तरह क्वार्टर फाइनल में खिलाड़ियों ने फील्ड गोल्ड किए, अगर वो वैसा ही कर सके तो लाजबाव रहेगा।
बहुत सालों बाद इतना अच्छा खेलते हुए भारतीय टीम को देखा है। टीम ने दिल खुश कर दिया है। ग्रेट-ब्रिटेन के खिलाफ डिफेंस के साथ टीम का अटैक अच्छा रहा। टीम पदक लेकर लौटे यही कामना है।
-शकील खान, हाकी कोच
टीम के सेमीफाइनल में पहुंचने से उम्मीद है कि भारत को इस बार पदक मिलेगा। वर्षों से चला आ रहा सूखा दूर होगा। खिलाड़ियों और कोच को बधाई। अब सेमीफाइनल के लिए टीम कड़ी मेहनत करें।
-राजीव सोई, अध्यक्ष आगरा हाकी