आज ताजमहल के साये में होगा अर्हं-ए-ताज
आगरा जागरण संवाददाता। धवल संगमरमरी ताज के साये में रविवार सुबह जब सूर्य लालिमा बिखेरते
आगरा, जागरण संवाददाता। धवल संगमरमरी ताज के साये में रविवार सुबह जब सूर्य लालिमा बिखेरते हुए उदय हो रहा होगा, उस समय अर्हं-ए-ताज में 500 लोग अर्हं योग कर रहे होंगे। ऊं अर्हं नम: का स्वर गूंज रहा होगा। आगरा दिगंबर जैन परिषद द्वारा आचार्य विद्यासागर महाराज के शिष्य अर्हं योग प्रणेता मुनि प्रणम्य सागर और मुनि चंद्र सागर के सानिध्य में यह आयोजन कराया जा रहा है।
मुनि प्रणम्य सागर ने शनिवार दोपहर गुदड़ी मंसूर खां स्थित बिहारीलाल जैन धर्मशाला में आयोजित प्रेसवार्ता में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ताजमहल के पूर्वी गेट स्थित होटल ताज खेमा में सुबह छह से आठ बजे तक अर्हं-ए-ताज का आयोजन होगा। इसमें आगरा समेत विभिन्न शहरों के 500 से अधिक लोग अर्हं योग व ध्यान का प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। उन्होंने बताया कि अर्हं योग पांच मुद्राओं पर आधारित ध्यान योग की प्रक्रिया है। इसमें योग कम ध्यान अधिक है। यह शरीर में चक्रों को सक्रिय करके रोगों को दूर कर, व्यक्ति को मानसिक रूप से मजबूत बनाने की प्रक्रिया है। यह सिर्फ शारीरिक क्रियाओं का योग नहीं है। इसके जरिए हम अपनी चेतना की शक्ति को महसूस कर सकते हैं। अपनी चेतना की शक्ति से अपने मस्तिष्क को व्यवस्थित और रोगों को दूर कर सकते हैं। प्रतिदिन योग करने से एकाग्रचित होते हैं। हमारा लक्ष्य स्पष्ट होता है। आगरा दिगंबर जैन परिषद के अध्यक्ष जगदीश प्रसाद जैन, महामंत्री सुनील जैन, राकेश जैन, मनोज कुमार जैन, गौरव जैन, राजेश जैन, अजय जैन, विक्की जैन, सुदीप जैन, वीरेंद्र कुमार जैन, सुभाषचंद जैन, दीपक जैन आदि मौजूद रहे।