Taj Mahal: ताजमहल में तीन मंजिला बाबड़ी का होगा संरक्षण, चमगादड़ाें ने डाल रखा था डेरा
Taj Mahal मस्जिद के पास स्थित बाबड़ी के संरक्षण को किया गया टेंडर। चमगादड़ों की वजह से खराब हुए पत्थरों को बदला जाएगा। बाबड़ी में चमगादड़ों को रोकने लिए जाली लगाई जाएगी। संरक्षण कार्य पर करीब 12 लाख रुपये व्यय होंगे।
आगरा, जागरण संवाददाता। ताजमहल में मस्जिद के पास स्थित तीन मंजिला बाबड़ी का संरक्षण भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) द्वारा किया जाएगा। चमगादड़ों के मल-मूत्र की वजह से खराब हुए पत्थरों को बदला जाएगा। बाबड़ी में चमगादड़ों को रोकने लिए जाली लगाई जाएगी। संरक्षण कार्य पर करीब 12 लाख रुपये व्यय होंगे।ताजमहल में मस्जिद के पास तीन मंजिला बाबड़ी बनी हुई है। उसमें नीचे तक जाने को रास्ता बना हुआ है। बाबड़ी में प्रत्येक मंजिल पर अंदर की तरफ आठ दरवाजे हैं। यहां चमगादड़ों ने डेरा डाल रखा है। उनके द्वारा छोड़ी जा रही गंदगी (मल-मूत्र करने) से बहुत से पत्थर खराब हो गए हैं। पत्थरों के बीच में लगा चूने का मसाला भी खराब हो गया है। एएसआइ ने बाबड़ी के संरक्षण को टेंडर किया है। यहां 50 फीसद तक खराब हो चुके पत्थरों को बदला जाएगा। पत्थरों के बीच जहां से चूने का मसाला निकल गया है, वहां प्वाइंटिंग की जाएगी। बाबड़ी में अंदर की तरफ तीनों मंजिलों पर खुलने वाले 24 दरवाजों पर जाली लगा दी जाएगी, जिससे चमगादड़ अंदर प्रवेश नहीं कर सकेंगे। बाबड़ी में अंदर प्रकाश की उचित व्यवस्था नहीं है, इसलिए यहां लाइट लगाकर काम किया जाएगा। बाबड़ी बंद है और उसमें पर्यटकों का प्रवेश वर्जित है।अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि ताजमहल स्थित बाबड़ी में संरक्षण कार्य किया जाना है। यहां खराब हो चुके पत्थर बदले जाएंगे।