आगरा में बुखार से तीन और मासूमों की मौत, थम नहीं रहा डेंगूू का कहर

Agra Dengue Fever ALERT पिनाहट में बुखार से रविवार सुबह तीन मासूमों की मौत होने से मचा कोहराम। निजी अस्पताल में इलाज के दौरान हुई मौत चार पांच दिन से आ रहा था बुखार। बुखार के मरीजों की लगातार बढ़ रही है संख्या।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Sun, 03 Oct 2021 12:21 PM (IST) Updated:Sun, 03 Oct 2021 12:21 PM (IST)
आगरा में बुखार से तीन और मासूमों की मौत, थम नहीं रहा डेंगूू का कहर
रविवार सुबह पिनाहट क्षेत्र में बच्‍चे की बुखार से मौत होने के बाद विलाप करतीं महिलाएं।

आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा के पिनाहट में बुखार से रविवार को तीन मासूमों की मौत हो गई। कई दिनों से बुखार आने पर निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था, इलाज के दौरान मासूमों की मौत से कोहराम मचा हुआ है। वहीं, बुखार और डेंगू के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। निजी अस्पतालों में बेड फुल हैं। बुखार से सबसे ज्‍यादा प्रभावित क्षेत्र पिनाहट के ग्रामीण इलाके और एत्‍मादपुर क्षेत्र में बरहन हैं। लगातार हो रही मौतों पर अंकुश नहीं लग पा रहा है, इसका सीधा मतलब यही है कि स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की ओर से उठाए जा रहे कदम नाकाफी हैं।

पिनाहट के जगतपुरा निवासी तीन साल की मन्नत पुत्री विनोद को आठ दिन से बुखार आ रहा था, उपाध्याय हास्पिटल, शहीद नगर में भर्ती कराया गया। यहां तबीयत बिगड़ने पर नोएडा रेफर कर दिया। इलाज के दौरान नोएडा में मौत हो गई। पिनाहट के ही मोहल्ला हनुमान निवासी 10 महीने के गोलू पुत्र राम सहाय को चार दिन से बुखार आ रह था। पिनाहट से ही इलाज चल रहा था, तबीयत बिगड़ने पर शनिवार रात को जेआर हास्पिटल में भर्ती कराया। सुबह इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं, पांच महीने के आदर्श पुत्र पिंटू निवासी जोधपुरा, पिनाहट को चार दिन से बुखार आ रहा था। फतेहाबाद में इलाज चल रहा था, इलाज के दौरान मौत हो गई। पिनाहट में तीन मरीजों की मौत से कोहराम मचा हुआ है। सरोजनी नायडू मेडिकल कालेज, जिला अस्पताल और निजी अस्पताल में भर्ती 15 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। जिला अस्पताल में 15 बेड का डेंगू वार्ड फुल हो गया है। अब आने वाले मरीजों को पीकू वार्ड में मरीजों को भर्ती कराया जाएगा।

पिनाहट में बुखार का प्रकोप

पिनाहट में बुखार का प्रकोप है, यहां लगातार बुखार से मरीजों की मौत हो रही है। अब तक आठ बच्चों की यहां बुखार से मौत हो चुकी है। चौंकाने वाली बात ये है कि स्‍वास्‍थ्‍य विभाग इन्‍हें डेंगू या किसी और बुखार से न दर्शाकर 'संदिग्‍ध बुखार' से मौत होना बता रहा है। करीब डेढ़ महीना हो गया कि बुखार को फैले हुए। अभी तक यही नहीं पता नहीं लग पाया कि आखिर ये 'संदिग्‍ध बुखार' है क्‍या।

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