बुखार से दो बच्चों समेत तीन की जान गई

पिनाहट में अब तक 35 की और श्यामो गांव में तीसरी मौत देहात अंचल में बढ़ रहा मौत का आंकड़ा

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 06:15 AM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 06:15 AM (IST)
बुखार से दो बच्चों समेत तीन की जान गई
बुखार से दो बच्चों समेत तीन की जान गई

जागरण टीम, आगरा: देहात अंचल में बुखार से मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। तमाम कोशिशों के बाद भी इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा। 24 घंटे में बुखार ने दो बच्चों समेत तीन की जान ले ली।

पिढ़ौरा क्षेत्र के गांव रीठई निवासी बबलू सिंह के डेढ़ वर्षीय बेटे मंतेश को शनिवार को बुखार आया था। स्वजन ने पिनाहट कस्बे के झोलाछाप से दवा दिलाई लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ। सोमवार को तबीयत बिगड़ने पर स्वजन उसे अस्पताल ले जा रहे थे। रासते में ही मंतेश ने दम तोड़ दिया। पिनाहट क्षेत्र में बुखार से 35 की मौत हो चुकी है। इनमें 33 बच्चे व दो युवक शामिल हैं। बरौली अहीर के गांव श्यामो निवासी आरिफ के पांच वर्षीय बेटे इमरान की सोमवार सुबह बुखार से मौत हो गई। कुछ दिन पूर्व बुखार आने पर उसे चिकित्सक को दिखाया था। आरिफ ने बताया कि डाक्टर ने दवा देकर बच्चे को घर ले जाने की सलाह दी थी। सोमवार को फिर उसकी तबीयत बिगड़ गई। अस्पताल ले जाते समय इमरान ने दम तोड़ दिया। श्यामो गांव में ही बुखार से यह तीसरे बच्चे की मौत है। गांव में कई लोग बीमारी की चपेट में हैं। लोधी जागृति मंच के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विजय सिंह लोधी ने बताया कि गांव में जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। स्वास्थ्य टीम ने एंटी लार्वा का छिड़काव व फागिंग नहीं कराई है। उन्होंने गांव में सफाई कराने की मांग की है। बरहन में मां की मौत के डेढ़ माह बाद सोमवार को बुखार पीड़ित पिता ने भी दम तोड़ दिया। इससे उनके दोनों बच्चों के समक्ष भरण-पोषण का संकट पैदा हो गया है। बरहन के नगला बरी निवासी 35 वर्षीय मजदूर सतीश दिवाकर को कई दिन से बुखार था। झोलाछाप से उनका इलाज चल रहा था। सोमवार को सतीश ने दम तोड़ दिया। डेढ़ माह पूर्व उनकी पत्‍‌नी 33 वर्षीय रामवती की भी बुखार से मौत हो चुकी है। अब घर में सात वर्षीय बेटा अंशुल और चार वर्षीय प्रांशु ही हैं। ग्रामीणों ने अनाथ बच्चों के लिए आर्थिक मदद देने की मांग की है।

chat bot
आपका साथी