Board Students: बोर्ड के छात्रों को नई Class में प्रमोशन का अपनाया ये तरीका, CBSE और CISCE रिजल्ट तैयार करने को खींच रहे हैं खाका
सीबीएसई ने सभी स्कूलों से मांगी 15 बिंदुओं पर विद्यार्थियों की जानकारी। सीआइएससीई ने दिए आॅॅफलाइन परीक्षा कराने न कराने के लिए दो विकल्प। इसके लिए रविवार को जिले के 135 स्कूलों तय फार्मेट पर अपने-अपने यहां पंजीकृत 14 हजार विद्यार्थियों की जानकारी बोर्ड को भेज दी है।
आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 10वीं की परीक्षा रद कर दी है। इसके साथ ही विद्यार्थियों को अगली कक्षा में प्रमोट कर रिजल्ट की तैयारी शुरू कर दी है। बोर्ड ने सभी संबद्ध स्कूलों को एक फार्मेट भेजा है, जिसमें सालभर हुए प्रोजेक्ट वर्क, असाइनमेंट आदि की जानकारी मांगी गयी है। उसी के आधार पर रिजल्ट तैयार किया जाएगा।
सेंट एंड्रूज पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य राहुल पाराशर ने बताया कि रिजल्ट तैयार करने के लिए सीबीएसई ने स्कूलों से 15 बिंदुओं की जानकारी मांगी है। इसमें स्कूल का नाम, फोन नंबर, पंजीकृत विद्यार्थियों की सख्या, उपस्थित विद्यार्थियों की संख्या, पूरे साल में वीकली व टर्म की परीक्षा की स्थिति, कितने विद्यार्थियों ने परीक्षा दी, कितने टेस्ट हुए, आदि की जानकारी शामिल है। इसके लिए रविवार को जिले के 135 स्कूलों तय फार्मेट पर अपने-अपने यहां पंजीकृत 14 हजार विद्यार्थियों की जानकारी बोर्ड को भेज दी है।
तैयार होगा रिजल्ट का स्पेशल फार्मेट
सीबीएसई के सिटी कोआर्डिनेटर डा. रामानंद चौहान ने बताया कि 10वीं की परीक्षा रद होने के बाद विद्यार्थियों का रिजल्ट आंतरिक मूल्यांकन पद्धति से तैयार होगा। इसके लिए बोर्ड जानकारियां जुटा रहा है। बोर्ड ने सभी स्कूलों से कुछ जानकारियां मांगी थी, जो रविवार तक सभी स्कूलों ने भेज दी हैं। अब बोर्ड जानकारियों को एकत्र कर अपना स्पेशल कान्सेप्ट तैयार करेगा, जिसके आधार पर ही पारदर्शीपूर्ण तरीके से रिजल्ट तैयार किया जाएगा।
यह मांगी जानकारी
बोर्ड ने इस 15 बिंदुओं में स्कूल के साथ विद्यार्थियों की पूरी जानकारी मांगी है। इसमें सेक्शनल विद्यार्थियों का पूरा ब्यौरा स्कूलों को भेजना है। स्कूल के वीकली, मंथली और क्वार्टरली टेस्ट में शामिल होने से लेकर टर्म और मिड टर्म से लेकर प्री-बोर्ड परीक्षा में शामिल होने की जानकारी भी मांगी गई है।
सीआइएससीई 10वीं की परीक्षा रद
वहीं काउंसिल फाॅॅर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआइएससीई) ने भी 10वीं की परीक्षा रद कर दी है। इससे पहले बोर्ड ने विद्यार्थियों को दो विकल्प दिए थे। रागेंद्र स्वरूप पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्य गुरलीन कौर ने बताया कि बोर्ड ने विद्यार्थियों से पूछा था कि वह आॅॅफलाइन परीक्षा देना चाहते हैं या नहीं। इसके लिए स्कूलों को विद्यार्थियों के चयनित विकल्प को सत्यापित कर बोर्ड को भेजना था। पहला विकल्प होगा कि वह 12वीं कक्षा के साथ आॅॅफलाइन परीक्षा देंगे। जबकि दूसरे विकल्प में वह आॅॅफलाइन परीक्षा नहीं देना चाहते। लेकिन इसका देशभर में काफी विरोध हुआ, अभिभावक और विद्यार्थी एक निर्णय चाहते थे, जिसके बाद बोर्ड ने फिलहाल 10वीं की परीक्षा रद कर दी है।