Daughter of Shahjahan: शाहजहां की बेटी ने बनवाई थी यह इमारत, आगरा किला में श्रीकृष्ण की मूर्तियों के साथ आई अब चर्चाओं में
मथुरा में श्रीकृष्ण जन्म स्थान संबंधित वाद में अदालत में दिए गए हैं प्रार्थना पत्र। एक में आगरा किला स्थित छोटी मस्जिद तो दूसरी में जहांआरा मस्जिद में औरंगजेब द्वारा केशवदेव मंदिर की मूर्तियों को तुड़वाने के बाद दबाने का दावा। एएसआइ से साइंटिफिक सर्वे कराने की मांग।
आगरा, निर्लोष कुमार। ताजनगरी की जामा मस्जिद और आगरा किला आजकल चर्चाओं में हैं। चर्चा की वजह बने हैं मथुरा में दायर श्रीकृष्ण जन्मस्थान वाद में दिए गए प्रार्थना-पत्र। इनमें औरंगजेब द्वारा मथुरा के केशवदेव मंदिर को ताेड़कर उसके रत्नजड़ित विग्रहों को आगरा किला या जामा मस्जिद की सीढ़ियों में दबाए जाने का दावा किया गया है। इसके लिए इतिहासकारों द्वारा समय-समय पर लिखी गई पुस्तकों का हवाला दिया गया है। सच पता लगाने को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) से वैज्ञानिक अन्वेषण कराने की मांग की गई है।
मथुरा में सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत में दायर श्रीकृष्ण जन्मस्थान वाद में श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन समिति के अध्यक्ष अधिवक्ता महेंद्र प्रताप सिंह ने अागरा किला की छोटी मस्जिद की सीढ़ियों में केशवदेव मंदिर की मूर्तियों को औरंगजेब द्वारा दबाए जाने का उल्लेख करते हुए वैज्ञानिक अन्वेषण कराने की मांग की थी। बुधवार को श्रीकृष्ण जन्मस्थान वाद में अधिवक्ता शैलेंद्र सिंह ने प्रार्थना-पत्र देकर आगरा किला की मस्जिद का साइंटिफिक सर्वे कराने की मांग की। उन्होंने इतिहासकार जदुनाथ सरकार की पुस्तक 'एनेकडाट्स आफ औरंगजेब एंड हिस्टोरिकल ऐस्से' का हवाला देकर केशवदेव मंदिर के अवशेषों को जहांआरा मस्जिद में दबाने की बात कही है। श्रीकृष्ण जन्मस्थान वाद में दिए गए इन दोनों प्रार्थना-पत्रों के बाद आगरा किला स्थित मस्जिदें और उसके नजदीक बनी जामा मस्जिद चर्चा में आ गई हैं।
जामा मस्जिद
जामा मस्जिद का निर्माण मुगल शहंशाह शाहजहां की सबसे बड़ी बेटी जहांआरा ने वर्ष 1644-48 के बीच कराया था। इसके निर्माण पर उस समय पांच लाख रुपये व्यय हुए थे। यह मस्जिद रेड सैंड स्टोन की बनी है और एक ऊंचे चबूतरे पर स्थित है। इसमें एक बड़ा दालान और उसके मध्य बना हुआ टैंक है। मस्जिद के दो तरफ बरामदा बना हुआ है। मस्जिद की छत पर तीन गुंबद हैं। मस्जिद के द्वार पर फारसी भाषा का एक शिलालेख लगा हुआ है, जो बताता है कि इस मस्जिद का निर्माण जहांआरा बेगम ने वर्ष 1644-48 के दौरान पांच वर्षों में पांच लाख रुपये से कराया था। यह मस्जिद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) द्वारा संरक्षित है।
अागरा किला में हैं तीन मस्जिदें
मोती मस्जिद: दीवान-ए-आम की उत्तर दिशा में शाहजहां द्वारा संगमरमर से बनवाई गई मोती मस्जिद है। यह रेड सैंड स्टोन से बनी है, लेकिन इसका आंतरिक भाग सफेद संगमरमर से बनाया गया है। शाहजहां ने 1648-55 के मध्य सात वर्षों में तीन लाख रुपये से इसका निर्माण कराया था।
मीना मस्जिद: मीना मस्जिद दीवान-ए-खास के नजदीक बनी हुई है। यह संभवत: दुनिया की सबसे छोटी मस्जिद है। शहंशाह शाहजहां ने इसका निर्माण व्यक्तिगत उपयोग के लिए कराया था।
नगीना मस्जिद: दीवान-ए-आम के उत्तर-पश्चिम में नगीना मस्जिद है। इसका निर्माण शाहजहां ने वर्ष 1635-36 में संगमरमर से कराया था। इसमें दीवान-ए-खास के कार्यक्रमों में भाग लेने वाले अमीर, उमरा व अधिकारी नमाज पढ़ते थे। यह मस्जिद सुरुचिपूर्ण ढंग से बनाई गई है।
'आगरा किला में स्थित तीनों मस्जिदों का निर्माण शहंशाह शाहजहां ने करवाया था। इसके पूर्व किसी के द्वारा आगरा किला में मस्जिद बनवाने का उल्लेख नहीं मिलता है।'
-डा. वसंत कुमार स्वर्णकार, अधीक्षण पुरातत्वविद आगरा सर्किल