World Photography Day 2021: डार्क रूम से दूर एक क्लिक पर आ गई फोटोग्राफी की दुनिया, आइए देखें आगरा की कुछ बेमिसाल तस्‍वीरें

World Photography Day 2021 आगरा में भी फोटोग्राफरों में एक जुनून पैदा हुआ है और उस जुनून को लेकर आज आगरा में 2000 ऐसे लोग हैं जो लगातार फोटोग्राफी में अपना इंटरेस्ट रखते हैं और दुनियाभर के फोटोग्राफरों से मुकाबला करते हैं।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Thu, 19 Aug 2021 05:24 PM (IST) Updated:Thu, 19 Aug 2021 05:24 PM (IST)
World Photography Day 2021: डार्क रूम से दूर एक क्लिक पर आ गई फोटोग्राफी की दुनिया, आइए देखें आगरा की कुछ बेमिसाल तस्‍वीरें
योग साधना है और देह का संगीत भी। ताज के साये में योग करतींं युवतियां। फोटो: जसवीर सोनी

आगरा, जागरण संवाददाता। अतीत का झरोखा हो या इतिहास का पन्ना। आज का सुनहरा पल हो या आने वाले कल का अहसास। भूत भविष्य और वर्तमान हम चित्रों के माध्यम से या लेख के माध्यम से संजोकर रखते हैं। अतीत का संयोजन आज की पीढ़ी को पुराने इतिहास को दिखाता है और रोमांचित करता है। आज हम अपने सुख और दुख के पलों को तस्वीरों के माध्यम से अपने दिल और दिमाग में संजोते हैं, वो कल आने वाली पीढ़ी को रोमांचित करेगा। यह सब फ़ोटोग्राफ़ी से ही संभव हैं|

आगरा में भी फोटोग्राफरों में एक जुनून पैदा हुआ है और उस जुनून को लेकर आज आगरा में 2000 ऐसे लोग हैं, जो लगातार फोटोग्राफी में अपना इंटरेस्ट रखते हैं और दुनियाभर के फोटोग्राफरों से मुकाबला करते हैं। आगरा के कई फोटोग्राफर देश विदेश मे अपने अपने क्षेत्र जैसे कैंडिड फोटोग्राफी, प्रोडक्ट फोटोग्राफी, वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी के साथ हिस्टोरिकल मोमेंट्स को कैप्चर करने में विश्व के फोटोग्राफरों का मुकाबला करते हैं। इनकी एक-एक फोटोग्राफ देख कर ऐसा लगता है कि इन लोगों ने यह फोटो नहीं, बल्कि उस प्रोडक्ट या वाइल्ड मूवमेंट को ही अपनी तस्वीर में चिपका दिया है।

आगरा के फोटोग्राफी क्लब इस क्षेत्र में बहुत ही अच्छा काम कर रहे हैं। इसके सदस्‍य हर महीने फोटोग्राफी के मूवमेंट पर जाते हैं। नई से नई ऐतिहासिक, रोमांटिक, एडवेंचर स्थानों को खोज के विश्व के लोगों को रूबरू कराते हैं। यह क्लब फोटोग्राफी में रुझान रखने वाले सदस्यों को इसके बारीकियां सिखाते हैं। आगरा के वरिष्ठ फोटोग्राफर बिहारी लाल का जुनून है, जहां भी खड़े हो जाते हैं, वह फोटोग्राफी के गुर सिखाने लगते हैं।

कहते हैं बचपन से ही जब किसी चीज में रुझान पैदा हो जाता है तो वह व्यक्ति अपने जीवनकाल में उसमें महारत हासिल कर लेता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए आजकल शहर में कई स्कूल और कॉलेज अपने बच्चों को कलिकूलर एक्टिविटीज में फोटोग्राफी के गुण सिखाने के लिए अनेक प्रोफेशनल के साथ फोटोग्राफी क्लब के सदस्यों को बुलाते हैं।

आगरा का पहला स्‍टूडियो था प्रियालाल

लोकस्‍वर के संस्‍थापक राजीव गुप्‍ता बताते हैं कि आगरा में पहला फोटो स्टूडियो प्रियालाल खुला था। इसके साथ ही आगरा में स्थापित फाइन आर्ट, स्पीड कलर लैब (कलाकुंज), नाइस, भारत स्टूडियो भी काफी पुराने हैं। पहले आम आदमी के लिए फोटो खिंचवाना और उसे सहेजना आज के मुकाबले में कठिन था। आज डिजिटल कैमरों का और स्मार्ट फ़ोन का दौर है। अब ना फ़िल्म लगाने का झंझट है ना डार्क रूम का झंझट है। अब तो सीधे ही रंगीन फोटो खींच के हाथ में होती है। आसानी आने के साथ अब इसमें परफेक्‍शन बढ़ रहा है।

आइए डालते हैं बीते सालभर में जागरण.कॉम की यादगार तस्‍वीरों पर एक नजर

बरसाना के लाडली मंदिर में लड्डू होली के दौरान प्रसाद रूपी लड्डू लपकते एसपी, सीओ और अन्य पुलिसकर्मी। फोटो - कासिम खान

 उफ्फ यमुना: ये कश्मीर की डल झील नहीं अपनी यमुना कीतस्वीर है। फैक्ट्रियों से निकले प्रदूषणयुक्त पानी से बने झाग बिल्कुल बर्फ से दिख रहे हैं। फोटो- कासिम खान

भीषण गर्मी से राहत पाने के लिए महोली के मधुवन कुंड में नहाते युवा। फोटो- कासिम खान

वृंदावन में कुंभ पूर्व वैष्णव बैठक के दौरान रंग -बिरंगी रोशनी से झिलमिलाता देवराहा बाबा घाट। फ़ोटो- कासिम खान

वृंदावन में कुंभ पूर्व बैष्णव बैठक के दूसरे शाही स्नान के दौरान यमुना में स्नान करती विदेशी भक्त। फोटो- कासिम खान

बरसाना में लठामार होली से पहले लाडली मंदिर में समाज गायन करते गोस्वामी और उन पर गुलाल बरसाते लोग। फोटो - कासिम खान

आगरा पैरा ब्रिगेड स्थित बीओसी ग्राउंड में स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ पर प्रदर्शन करते थल सेना वायु सेना के जवान। फोटो: जसवीर सोनी

स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर रंग बिरंगी लाइटों से जगमगाता कैंट रेलवे स्टेशन। फोटो: जसवीर सोनी 

बिन पानी सब सून ... पानी की किल्लत को बयां करती तस्वीर बाईंपुर की है जहां तेज धूप और गर्मी में प्यास बुझाने राजू कुशवाहा हैंडपंप के पास पहुंचे तो वह सूखा मिला। फोटो: जितेंद्र सिंह

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