लूट का मुकदमा दर्ज कराने को तीन दिन से दो थानों के चक्कर लगा रही पीड़िता

आटो में महिला को बेहोश करके शातिरों ने लूट लिए एक लाख रुपये के गहने रकाबगंज और एत्माद्दौला थाने के चक्कर लगा रही महिला नहीं लिखा गया मुकदमा

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 08:36 PM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 08:36 PM (IST)
लूट का मुकदमा दर्ज कराने को तीन दिन से दो थानों के चक्कर लगा रही पीड़िता
लूट का मुकदमा दर्ज कराने को तीन दिन से दो थानों के चक्कर लगा रही पीड़िता

आगरा, जागरण संवाददाता। अधिकारी भले ही पीड़ित की थाना स्तर पर सुनवाई के दावे करते हों। मगर, हकीकत इससे अलग है। तीन दिन पहले एक महिला आटो में लुटेरों का शिकार बनी। उसको बेहोश करके शातिरों ने एक लाख रुपये कीमत के गहने लूट लिए। इसके बाद से पीड़िता रकाबगंज और एत्माद्दौला थाने के कई बार चक्कर लगा चुकी है। मगर, अभी तक किसी थाने में उसका मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है। दोनों एक दूसरे के क्षेत्र की घटना बताकर उसको टरका रहे हैं।

मूलरूप से राजस्थान के धौलपुर निवासी राधा अपने परिवार के साथ टेढ़ी बगिया में किराए पर रहती है। उसके पति ठेकेदारी करते हैं। राधा ने बताया कि गुरुवार को धौलपुर में उनकी ननद की गोद भराई का कार्यक्रम था। इसमें शामिल होने के लिए गुरुवार दोपहर 12 बजे राधा चार वर्ष की बेटी दिव्यांशी के साथ घर से धौलपुर जाने के लिए निकली थी। रामबाग चौराहे से वह बिजलीघर चौराहे के लिए आटो में बैठी। राधा के अनुसार, आटो में पहले से बैठे दो युवकों ने उसके चेहरे के आगे रुमाल घुमाया। इसके बाद वह बेहोश हो गई। होश आया तब वह बिजलीघर चौराहे पर थी। बेटी उनके पास खड़ी रो रही थी। इसके बाद चौराहे पर कुछ महिलाएं उनकी मदद को आ गईं। वे उन्हें लेकर आगरा फोर्ट पुलिस चौकी पर पहुंच गईं। राधा ने चौकी प्रभारी को घटना की जानकारी दी। उन्होंने रामबाग पुलिस चौकी भेज दिया। रामबाग पुलिस चौकी में मिले पुलिसकर्मियों ने उनसे कहा कि घटना बिजलीघर की है। इसलिए वहीं जाकर पुलिस से शिकायत करें। परेशान होकर वह गुरुवार को घर चली गईं। शुक्रवार को सुबह ही वे रामबाग चौराहे पर पहुंच गईं। वहां एक आटो चालक को पहचानकर लोगों की मदद से पुलिस चौकी में ले गईं। पुलिस चौकी में मिले सिपाही ने आटो चालक का मोबाइल लेकर उन्हें दे दिया। थोड़ी देर बाद उसे छोड़ दिया। उन्होंने सिपाही को आटो चालक का मोबाइल दिया, लेकिन उसने मोबाइल लेकर घर जाने को कह दिया। शनिवार को सुबह वे फिर से रामबाग चौकी में पहुंचीं। वहां से उन्हें फटकार कर भगा दिया। इसके बाद उन्होंने इंस्पेक्टर एत्माद्दौला के आफिस में जाकर घटना की जानकारी दी। थाने में वह फूट-फूटकर रोईं। मगर, उनका मुकदमा दर्ज करने के बजाय रकाबगंज थाने जाने को बोल दिया गया। परेशान होकर पीड़िता आटो चालक का मोबाइल थाने में ही जमा कराके अपने घर चली गईं।

एसपी सिटी के निर्देश पर दर्ज हुआ मुकदमा

दैनिक जागरण संवाददाता द्वारा मामला एसपी सिटी विकास कुमार के संज्ञान में लाया गया। इसके बाद उनके निर्देश पर एत्माद्दौला थाने में महिला की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया। एसपी सिटी का कहना है कि मामले के जल्द पर्दाफाश का प्रयास किया जाएगा। पहले भी हुई हैं आटो में घटनाएं

12 फरवरी को जैतपुर निवासी रानी पत्नी विनोद एत्माद्दौला क्षेत्र में अपनी बहन के घर आई थीं। रामबाग से एक आटो में बैठ गर्इं।आटो में रुमाल सुंघाकर शातिरों ने उनके गहने पार कर लिए। इसके बाद शातिर उन्हें नुनिहाई पुलिस चौकी के पास छोड़कर भाग गए। - एत्मादपुर के नगला अजब निवासी मनोज कुछ दिन पहले शाहदरा चुंगी से ट्रांस यमुना के लिए आटो में बैठे थे। थोड़ी देर बाद ही आटो में शातिरों ने उनके पेंट की जेब से 39 हजार रुपये पार कर लिए। इसके बाद शातिर उसे छोड़कर भाग गए। - 14 जुलाई को कालिदी विहार निवासी सविता एत्मादपुर के लिए आटो में बैठी थीं। झरना नाले के पास आटो सवार शातिरों ने चाकू मारकर घायल कर दिया। उनसे सात हजार रुपये और मोबाइल लूटकर आटो सवार शातिर झरना नाले के पास उतारकर फरार हो गए। - 13 नवंबर को खंदौली निवासी पुष्पा रामबाग से आटो में बैठी थीं। आटो में सवार शातिरों ने रुमाल सुंघाकर उन्हें बेहोश कर दिया। इसके बाद उनके गहने लूटकर ट्रांसपोर्ट नगर के पास छोड़ गए।

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