Murder Mystery: सच आया सामने, किसान की हत्या करके गटर में फेंकी थी लाश

Murder Mystery सिकंदरा के गांव पनवारी से 21 जुलाई से था लापता। हत्यारोपित गिरफ्तार महिला से घनिष्ठ संबंधों के चलते हुई हत्या।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Thu, 13 Aug 2020 08:53 AM (IST) Updated:Thu, 13 Aug 2020 08:53 AM (IST)
Murder Mystery: सच आया सामने, किसान की हत्या करके गटर में फेंकी थी लाश
Murder Mystery: सच आया सामने, किसान की हत्या करके गटर में फेंकी थी लाश

आगरा, जागरण संवाददाता। सिकंदरा के पनवारी गांव से तीन सप्ताह से लापता किसान का शव पुलिस ने निर्माणाधीन बिल्डिंग के गटर से बरामद किया है। पुलिस का कहना है कि किसान की हत्या महिला से घनिष्ठ संबंधों के चलते की गयी थी। पुलिस ने हत्यारोपित को गिरफ्तार कर लिया।

पनवारी गांव निवासी शिशुपाल सिंह (45 वर्ष) पुत्र बहादुर सिंह किसान था। वह 21 जुलाई की सुबह घर से खेत पर चारा लेने की कहकर निकला था। दोपहर तक नहीं लौटा तो भाई नवल सिंह आदि ने तलाश शुरू कर दी। रिश्तेदारी में जानकारी की तो पता चला कि वहां नही गया है। सुराग नहीं लगने पर भाई नवल ने 24 जुलाई थाने में तहरीर दी। पुलिस ने शिशुपाल के मोबाइल की कॉल डिटेल निकाली तो उसमें सबसे ज्यादा बातचीत गांव के ही सोहनवीर सिंह से हुई थी। लापता होने वाले दिन भी सुबह साढ़े दस बजे सोहनवीर और शिशुपाल में बात हुई थी। पुलिस शक के दायरे में आए सोहनवीर सिंह की तलाश शुरू की ।

एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद ने बताया कि पुलिस ने बुधवार को सोहनवीर सिंह को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ करने पर उसने बताया कि शिशुपाल सिंह के उसके परिवार की एक महिला से घनिष्ठ संबंध थे। इसकी जानकारी होने पर उसने शिशुपाल की हत्या की साजिश रची। उसे 21 जुलाई को बहाने से अपने साथ सिकंदरा क्षेत्र में अंसल एपीआइ के पास निर्माणाधीन बिल्डिंग की ओर ले गया। वहां कोल्ड ड्रिंक में कीटनाशक मिलाकर पिला दिया। इससे शिशुपाल की मौत हो गयी। उसकी लाश को बिल्डिंग की सीवर लाइन में डाल दिया था। एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद ने बताया कि हत्यारोपित की निशानदेही पर शव को बरामद कर लिया है। हत्याकांड का पर्दाफाश करने वाली टीम में इंस्पेक्टर अरविंद कुमार, एसआइ अरुण कुमार, अमित पाेसवाल, मोहित आदि थे।

स्वजनों ने कहा कि शादी कराने के नाम ठगे लाखों रुपये

शिशुपाल के भाई नवल सिंह और ग्रामीणों का कहना है कि सोहनवीर द्वारा महिला से घनिष्ठ संबंधों की बात गलत है। शिशुपाल की शादी 18 साल पहले सीता से हुई थी। उसके दो बेटे और एक बेटी है। पत्नी करीब डेढ़ साल पहले उसे और बच्चों को छोड़कर चली गयी थी। शिशुपाल के बैंक खाते में करीब दस लाख रुपये थे। इसकी जानकारी सोहनवीर को थी। उसने यह रकम हड़पने के लिए साजिश रची। शिशुपाल को दूसरी शादी कराने का झांसा देकर उससे लाखाें रुपये हड़प लिए। वह उसकी किसी महिला से फोन पर बात भी कराता था। शिशुपाल को अपने साथ हुई धोखाधड़ी का पता चलने पर उसने सोहनवीर से अपनी रकम मांगी। इस पर सोहनवीर ने उसकी हत्या कर दी।

तीनों बच्चों का बुरा हाल

मां के छोड़कर जाने के बाद पिता ही तीनों बच्चों का सहारा था। सोहनवीर तीनों बच्चों की देखभाल कर रहा था। पिता के लापता होने के बाद से तीनों बच्चे उनकी घर वापसी की उम्मीद कर रहे थे। बुधवार को उन्हें पिता की हत्या का पता चला तो वह बिलखकर रोने लगे। बच्चों का कहना था कि मां पहले ही उन्हें छोड़कर चली गयी, अब पिता भी नही रहे। उनकी देखभाल कौन करेगा। 

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