फतेहपुरसीकरी की सुरक्षा दीवार होगी मजबूत, एएसआइ ने शुरू किया सहेजने का काम
एएसआइ द्वारा अजमेरी गेट के पास करीब 70 मीटर लंबी और पांच मीटर ऊंची दीवार को बनाया जा रहा है। वहीं वीर पोल गेट के समीप 47 मीटर सीधी और बुर्ज की 32 मीटर दीवार बनाई जा रही है। जनवरी तक संरक्षण का काम पूरा होने की है उम्मीद।
आगरा, जागरण संवाददाता। मुगल शहंशाह अकबर की राजधानी रही फतेहपुर सीकरी की सुरक्षा दीवार को उसके मूल स्वरूप में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) द्वारा संरक्षित किया जा रहा है। अजमेरी गेट व वीर पोल गेट के नजदीक टूटी हुई दीवार को दोबारा बनाया जा रहा है। यह काम जनवरी के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है।
मुगल शहंशाह अकबर ने फतेहपुर सीकरी में सुव्यवस्थित शहर की स्थापना की थी। फतेहपुर सीकरी के चारों ओर बनाई गई दीवार कई जगह से टूट गई है। इससे विश्व धरोहर की छवि खराब होती है। एएसआइ द्वारा अजमेरी गेट के पास करीब 70 मीटर लंबी और पांच मीटर ऊंची दीवार को बनाया जा रहा है। वहीं, वीर पोल गेट के समीप 47 मीटर सीधी और बुर्ज की 32 मीटर दीवार बनाई जा रही है। इसमें कोर्स्ड रबल स्टोन और रबल स्टोन व चूना का इस्तेमाल हो रहा है। दीवार में बाहर की तरफ कोर्स्ड रबल स्टोन और अंदर की तरफ रबल स्टोन लगाया जा रहा है। संरक्षण के काम पर करीब 55 लाख रुपये व्यय होंगे।
15 वर्ष रही थी राजधानी
अकबर के बेटे जहांगीर का जन्म सूफी संत शेख सलीम चिश्ती के आशीर्वाद से फतेहपुर सीकरी में वर्ष 1569 में हुआ था। इसके बाद अकबर ने सीकरी को अपनी राजधानी बनाया था। यह करीब डेढ़ दशक तक मुगल साम्राज्य की राजधानी रही। यूनेस्काे ने इसे विश्व धरोहर स्थलों में शामिल किया हुआ है।