आगरा में सिलेंडर फटने से मकान की छत ढही, मां-बेटे घायल
सदर के नगला पदमा में हादसा। नीतेश पुत्र अशोक कुमार जूता कारीगर है। वह विधवा मां राजकुमारी के साथ रहता है। राजकुमारी खाना बना रही थीं। इसी दौरान सिलेंडर में लीकेज के चलते उसमें आग लग गई। छत के साथ दीवार भी गिरी पड़ोस के मकान में आई दरारें।
आगरा, जागरण संवाददाता। सदर के नगला पदमा में सोमवार की शाम को सिलेंडर में लीकेज के चलते उसमें विस्फोट हो गया। जिससे मकान की छत और दीवार ढह गई। मां-बेटे में उसमे दब गए। जबरदस्त धमाके से पूरा इलाका थर्रा उठा। आसपास घरों में रहने वाले लोग दहशत में आ गए। करीब आधा घंटे तक अफरातफरी की स्थिति रही। मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों की मदद से मलबा हटाकर मां-बेटे को बाहर निकाला। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना शाम करीब आठ बजे की है। नगला पदमा निवासी नीतेश पुत्र अशोक कुमार जूता कारीगर है। वह विधवा मां राजकुमारी के साथ रहता है। राजकुमारी खाना बना रही थीं। इसी दौरान सिलेंडर में लीकेज के चलते उसमें आग लग गई। मां के शोर मचाने पर नीतेश वहां पहुंच गया। उसने मां को किचन से बाहर निकाल लिया। दोनों घर से बाहर निकल पाते इससे पहले सिलेंडर फट गया। जबरदस्त विस्फोट से मकान की छत और एक दीवार ढह गई। मां-बेटे छत के मलबे में दब गए।
धमाका इतना तेज था कि आसपास के घरों के शीशे टूट गए। लोग घरों से बाहर निकल आए। पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। बस्ती के लोगों ने पुलिस की मदद से मलबा हटाकर नीतेश और राजकुमार को बाहर निकाला। दाेनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। लोगों का कहना था कि धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि उनके कान सुन्न हो गए थे। इंस्पेक्टर अजय कौशल ने बताया कि घायल मां-बेटे की हालत खतरे से बाहर बताई गई है। कान रहने की स्थिति में नहीं बचा है। वहीं दूसरी तरफ बस्ती वालों ने बताया कि धमाका इतना तेज था कि कान सुन्न पड़ गए थे। पहले तो यही लगा कि मकान में मौजूद कोई बचा नहीं होगा। छत का पूरा मलबा नीचे ही गिरा था। पुलिस ने बताया कि घर के अंदर से सिलेंडर के टुकड़े मिले हैं। घायल मां-बेटे की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।