लापरवाही की ठंड से कांप रहे ताजनगरी के रैन बसेरे

फुटपाथ पर रात गुजारने वालों को नहीं पता शहर में कहां बना है रैन बसेरा दर्शाने वाले संकेतक बोर्ड भी नहीं लगे

By JagranEdited By: Publish:Mon, 30 Nov 2020 05:05 AM (IST) Updated:Mon, 30 Nov 2020 05:05 AM (IST)
लापरवाही की ठंड से कांप रहे ताजनगरी के रैन बसेरे
लापरवाही की ठंड से कांप रहे ताजनगरी के रैन बसेरे

आगरा, जागरण संवाददाता।

ताजनगरी में रात के तापमान में हो रही गिरावट के कारण ठंड बढ़ रही है। मुख्यमंत्री के तमाम आदेश के बाद भी नगर निगम के अधिकारी फुटपाथ पर सो रहे बेसहारा लोगों के लिए रैन बसेरा के इंतजाम करने में नाकाम रहे हैं। हालात ये हैं कि लगभग 350 लोग खुले आसमान के नीचे ठिठुरकर सोने को मजबूर हैं।

शहर में भगवान टाकीज से संजय प्लेस की ओर मुड़ते ही फुटपाथ पर इलाहाबाद निवासी विनोद अपने सात सदस्यीय परिवार के साथ फुटपाथ पर सोते नजर आए। आगरा कालेज खेल मैदान के बाहर हर कदम पर कोई न कोई गरीब फुटपाथ पर सोता दिखाई दिया। राजा की मंडी के पास स्टेशन की ओर जाने वाले रास्ते के फुटपाथ पर सो रहे अनिल ने बताया कि पास के रैन बसेरे में आठ बेड थे, नगर निगम के कर्मचारी ने बताया है कि महामारी के कारण शारीरिक दूरी का पालन करने के लिए यहा अब सिर्फ पांच बेड बचे हैं। पाचों फुल हैं।

राजा मंडी के रैन बसेरा पर तैनात सुपरवाइजर रितेश ने भी इसकी पुष्टि की। यहां महिलाओं के लिए बने रैन बसेरे पर ताला लटका मिला। प्रतापपुरा, बिजलीघर पर भी फुटपाथ पर गरीब सोते नजर आए। खास बात यह रही किसी भी रैन बसेरा के मार्ग का चौराहे पर संकेतक लगा नजर नहीं आया। अभी व्यवस्था चौपट, नहीं बदली जा रही चादर

शहर के दर्जनभर रैन बसेरों में कोरोना से बचाव के इंतजाम नहीं हैं। इस माह एक भी रैन बसेरा (शेल्टर होम) अब तक सैनिटाइज नहीं कराया गया है। रात बिताने के लिए जो भी लोग आ रहे हैं, उनकी थर्मल स्क्रीनिंग नहीं हो रही है। न ही सैनिटाइजर उपलब्ध कराया जा रहा है। खंदारी, राजा की मंडी रेलवे स्टेशन रोड, लोहामंडी, ताजगंज, छीपीटोला में हर दिन चादरों को नहीं बदला जाता है। नहीं आया कोई बजट

रैन बसेरों में पर्याप्त व्यवस्था के लिए भले ही शासन स्तर से बजट आवंटन का दावा किया जा रहा हो पर हकीकत यह है कि अभी बजट मिला नहीं है। राजा की मंडी रैन बसेरे के सुपरवाइजर रितेश ने बताया कि उनके यहां रजाई व चादर तो नई उपलब्ध कराई गई पर अन्य कोई व्यवस्था नहीं है। गीजर और हीटर भी नहीं लगा है। यह होने चाहिए इंतजाम

-रैन बसेरों को ठीक तरीके से सैनिटाइज कराना

-दो फीट की शारीरिक दूरी का पालन करना

-सैनिटाइजेशन की व्यवस्था

-हर दिन चादरों की धुलाई

-अलाव या फिर गैस हीटर की व्यवस्था -रैन बसेरों में जिस तरीके से इंतजाम होने चाहिए। वह नहीं हैं। कोरोना काल में बेड भी पास-पास लगे हैं।

रवि माथुर, पार्षद पीपलमंडी -अधिकांश रैन बसेरों में गर्म पानी उपलब्ध नहीं है। न ही खाना बनाने के लिए बर्तन हैं।

राजेश प्रजापति, पार्षद अशोक नगर - रैन बसेरों के रखरखाव में अच्छा खासा बजट खर्च होता है लेकिन जो इंतजाम होने चाहिए। वह नहीं होते हैं।

मुकेश यादव, पूर्व पार्षद जल्द 59 स्थलों पर जलेंगे गैस हीटर

शहर के 59 स्थलों पर जल्द ही गैस हीटर जलेंगे। नगर निगम प्रशासन ने ऐसे स्थलों को चिन्हित कर लिया है। प्रमुख रूप से सभी बस अड्डे, रेलवे स्टेशन के बाहर के सार्वजनिक स्थल, अस्पताल और प्रमुख चौराहे शामिल हैं। - कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन किया जाएगा। रैन बसेरों में इंतजाम की रिपोर्ट मांगी गई है।

-नवीन जैन, मेयर

chat bot
आपका साथी