UP Shia Waqf Board: यूपी शिया वक्फ बोर्ड का नया अध्‍यक्ष होगा कौन, शुरू हो चुकी है जोड़तोड़

17 अप्रैल को सात सदस्यों ने निर्वाचन के लिए किया नामांकन। नामित व चुने गए 11 लोगों में एक बनेगा बोर्ड का अध्यक्ष। शिया वक्फ बोर्ड के लगातार तीन बार से अध्यक्ष वसीम रिजवी के लिए इस बार मुकाबला पहले की तरह आसान नहीं माना जा रहा है।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 10:24 AM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 10:24 AM (IST)
UP Shia Waqf Board: यूपी शिया वक्फ बोर्ड का नया अध्‍यक्ष होगा कौन, शुरू हो चुकी है जोड़तोड़
शिया वक्‍फ बोर्ड के अध्‍यक्ष वसीम रिजवी। फाइल फोटो

आगरा, अली अब्‍बास। उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड का अध्यक्ष चुनने की प्रक्रिया शनिवार को आरंभ हो गई। शनिवार को लखनऊ के इंदिरा भवन स्थित बोर्ड के कार्यालय में कुल सात सदस्यों ने अपना नामांकन कराया। इनमें तीन शिया धर्म गुरु मौलाना कल्बे जव्वाद और खुद वसीम रिजवी समेत चार उनके अपने खेमे बताए जा रहे हैं।

उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष पद के चुनाव की प्रक्रिया शनिवार को नामांकन हाेने के साथ ही शुरू हो गई। शनिवार को बोर्ड के सदस्य के लिए सात लोगों ने नामांकन किया। शिया वक्फ बोर्ड के लगातार तीन बार से अध्यक्ष वसीम रिजवी के लिए इस बार मुकाबला पहले की तरह आसान नहीं माना जा रहा है। पहली बार वह चुनाव जीते थे। जबकि दो बार वह निर्विरोध शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष चुने गए। मगर, इस बार उनके अपने ही खिलाफ हैं। इसका कारण वसीम रिजवी द्वारा सर्वोच्च न्यायालय में प्रस्तुत की गई विवादित याचिका थी। इसे सर्वोच्च न्यायालय द्वारा खारिज किया जा चुका है। इसके चलते राजनीतिक परिस्थितियां बदल चुकी हैं। इस बार चुनाव में उनके सामने कई दावेदार अपनी ताल ठोकतें नजर आ रहे हैं।

जनवरी 2020 से खाली चल रहे हैं बोर्ड के चेयरमैन और सदस्यों के पद

वसीम रिजवी का कार्यकाल पिछले जनवरी में खत्म हो गया था। इसके बाद से शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष और सदस्यों के पद खाली चल रहे हैं। सरकार ने 16 मार्च को अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव बीएल मीणा को को बोर्ड का प्रशासक बनाया था। प्रदेश सरकार के इस फैसले को उच्च न्यायालय लखनऊ की खंडपीठ में चुनौती दी गई थी।याचिका में कहा गया था कि वक्वऊ अधिनियम 1995 में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है जिसके तहत बोर्ड का पांच वर्ष का कार्यकाल समाप्त होने के बाद प्रशासक नियुक्त किया जा सके। बोर्ड का पिछला चुनाव 19 मई 2015 को हुआ था। इस आधार पर 19 मई 2020 केा पांच साल पूरे होने के बाद चुनाव होने चाहिए थे। याचिका पर 18 मार्च को खंडपीछ ने सुनवाई करते हुए सरकार से पूछा था कि उक्त निर्णय किस प्रावधान के तहत किया गया है। इसके साथ ही खंडपीठ ने बोर्ड में जल्द चुनाव करवाने का भी आदेश दिया था।

दो चरणों में होता है बोर्ड और अध्यक्ष का चुनाव

शिया वक्फ बोर्ड का चुनाव दो चरणों में होता है। वक्फ बोर्ड में अध्यक्ष समेत कुल 11 सदस्य होते हैं।पहले तौर पर बोर्ड के बतौर सदस्य चुनाव होगा। इसमें वक्फ की संपत्ति की देखरेख करने वाले मुतवल्ली कोटे से दो सदस्य चुने जाते हैं। इसके चुनाव में वही मुतवल्ली वोट दे सकते हैं, जिनके वक्फ की सालाना आय एक लाख रुपये हो। इसके अलावा दो सदस्य अधिवक्ता कोटे से आते हैं। जिनमें अवध बार एसोसिएशन से चुनकर जाते हैं। बोर्ड के तीन सदस्यों को प्रदेश सरकार मनोनीत करती है। इसमें एक पूर्व पीसीएस अधिकारी, एक मौलाना, एक सामाजिक कार्यकर्ता, इसके अलावा दो संसदीय कोटे से मौजूदा या पूर्व सांसद चुनकर आते हैं। इसी तरह से दो माैजूदा विधायक/एमएलसी या पूर्व सदस्य। सारे सदस्यों का शिया होना जरूरी है।मगर, सांसद या विधायक मौजूदा समय में शिया समुदाय से नहीं है तो उनकी जगह दूसरे सदस्यों को सरकार मनोनीत कर सकती है। इसके बाद यही 11 सदस्यों के द्वारा शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के सदस्यों का चुनाव होता है।

शिया वक्फ बोर्ड की प्रदेश में हैं आठ हजार संपत्तियां, कीमत है 75 लाख करोड़

शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड की प्रदेश में आठ हजार से ज्यादा संपत्तियां हैं। इनकी अनुमानित कीमत 75 लाख करोड़ रुपये है। इसीलिए शिया वक्फ बोर्ड का अध्यक्ष पद बनने के लिए सदस्यों में जबरदस्त होड़ रहती है।

इन सात सदस्यों ने किया है नामांकन

1-सैय्यद फैजी निवासी 110 हुसैनी मार्केट कर्बला ताल कटोरा निकट ए-ब्लाक राजाजीपुरम लखनऊ

2-सैय्यद आसिम रिजवी निवासी अफजल महल, शिया पीजी कालेज के पास विक्टोरिया स्ट्रीट लखनऊ

3-सैय्यद मुजाहिद हुसैन नकवी निवासी मोहल्ला रसूलपुर नवाबगंज, बाराबंकी

4-सैय्यद मुशर्रफ हुसैन रिजवी निवासी अकबरी गेट, टाउन मोहान, उन्नाव

5-सैय्यद वसीम रिजवी निवासी कश्मीरी गेट, सअादतगंज चौक लखनऊ

6-अशफाक हुसैन उर्फ जिया निवासी राठ, हवेली फैजाबाद

7-सैय्यद जफर रिजवी निवासी एडीए फ्लैट्स फ्रैंडस कालोनी शाहगंज आगरा

ये हैं शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के 36 सदस्य

लखनऊ से सैय्यद जकी हुसैन, वसीम रिजवी, इब्ने हसन आब्दी, मौलाना सैयद कल्बे जव्वाद नकवी, किश्वर जहां, असद अली खां, सैय्यद आसिम रिजवी, सैय्यद नदीम अब्बास, नजमा हसन, रियासत अली, अब्बास अमीर, मुनीर आलम, मोहम्मद जव्वाद अली,सैय्यद फैजी और मंसूर आलम।सहारनपुर से सैय्यद अतहर अब्बास जैदी, आजमगढ़ से सैय्यद अजादार हुसैन उर्फ चुन्ना।कानपुर नगर से सैय्यद नवाब इम्तियाज हुसैन और उन्नाव से सैय्यद गौहर आलम रिजवी उर्फ बब्बा। आगरा से सैय्यद हुसैन नासिर सईद अबाकाती, मोहम्मद अहमद और सैय्यद जफर रिजवी। बिजनौर/लखनऊ से सैय्यद मुजाहिद हुसैन, उन्नाव/लखनऊ से सैय्यद मुर्शरफ हुसैन रिजवी, लखनऊ/बाराबंकी से अहमद अब्बास, मेरठ से शोएब जाफर उर्फ फखरी, वाराणसी से सज्जाद अली उर्फ गुज्जन और सैय्यद एजाज हुसैन,फैजाबाद से डाक्टर मिर्जा शहाब शाह व अशफाक हुसैन उर्फ जिया। मुरादाबाद से गुलरेज हैदर रिजवी, अमरोहा से सैय्यद हादी रजा सैय्यद वली हैदर। आंबेडकर नगर से सैय्यद अलमदार हुसैन, प्रयागराज से मेंहदी रजा और बरेली से मोहम्मद असकरी। 

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