पोस्टमार्टम रिपोर्ट से उलझी वृद्धा की हत्या की गुत्थी
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण बताया गया है फेंफड़ों का संक्रमण पुलिस को कई सवालों के नहीं मिले हैं अभी तक जवाब
आगरा, जागरण संवाददाता। छत्ता क्षेत्र में वृद्धा की हत्या की गुत्थी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद और उलझ गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट बीमारी की ओर इशारा कर रही है। मगर, पुलिस को कई सवालों के अभी तक जवाब नहीं मिले हैं। इसलिए पुलिस अभी सभी पहलुओं पर जांच कर रही है।
जीवनी मंडी के जाटनी का बाग में टावर बिल्डिग में मंगलवार को 65 वर्षीय ऊषा गुप्ता का शव उनके फ्लैट में ही मिला था। फ्लैट का ताला बाहर से बंद था। 26 नवंबर को उनकी बहन से फोन पर बात हुई थी। इसके बाद काल रिसीव नहीं हो रही थी। इसलिए बहन और उनके पति मौके पर पहुंचे थे। पुलिस ने ताला तोड़कर ऊषा का शव बाहर निकाला। उनके चेहरे पर चादर लिपटी थी और शव पलंग पर मिला था। पुलिस ने स्वजन की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया था। ऊषा के फ्लैट के मुख्य गेट व दो अन्य गेट पर ताले लगे थे। यह ताले उनके नहीं थे, क्योंकि ऊषा के घर के ताले उनके कमरे में रखे मिले थे। मोबाइल भी फ्लैट से गायब था। इसलिए पुलिस हत्या मान रही थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट बीमारी से मौत की ओर इशारा कर रही है। इसमें फेंफड़ों के संक्रमण को मौत का कारण बताया गया है। एसपी सिटी विकास कुमार का कहना है कि अभी सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस ने कब्जे में लिए हैं। इनके आधार पर भी जांच की जा रही है। इन सवालों के जवाब तलाश रही पुलिस
ऊषा गुप्ता की मौत बीमारी से हुई तो उनके फ्लैट में बाहर से ताला कौन लगाकर गया था?
ऊषा गुप्ता के फ्लैट में अंदर के कमरों से भी ताले लगे थे। इससे साफ है कि जिस समय ऊषा जिदा थीं, तब उनके फ्लैट में अंदर कोई आया था, क्योंकि दरवाजा अंदर से ही खुला होगा। आखिर अंदर आने वाला कौन था? ऊषा के मुंह पर कपड़ा बंधा मिला था। यह कपड़ा क्यों बंधा था।
शव मिलने से चार दिन पहले ऊषा गुप्ता की उनकी बहन से मोबाइल पर हुई थी। यह मोबाइल फ्लैट में नहीं मिला है। आखिर मोबाइल कहां गया? अगर ऊषा गुप्ता को फेंफड़ों का संक्रमण था तो उन्होंने अपनी बहन को फोन पर 26 नवंबर को इसकी जानकारी क्यों नहीं दी थी। आखिरी काल के दौरान मोबाइल की लोकेशन फ्लैट में ही मिली है। घर में ही फोन बंद हुआ है।