आगरा में मेन रोड धंसी, चलती क्रेटा गड्ढे में समाई, बाल-बाल बचे कार सवार दंपती

दयालबाग में 100 फीट रोड पर एचडीएफसी बैंक के सामने गुरुवार देर रात हुआ हादसा। एकदम से सड़क में हो गया 10 फीट गहरा गड्ढ़ा। क्रेटा कार बुरी तरह क्षतिग्रस्‍त। आसपास के लोगों ने बड़ी मुश्किल से दंपती को निकाला बाहर।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 09:48 AM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 09:48 AM (IST)
आगरा में मेन रोड धंसी, चलती क्रेटा गड्ढे में समाई, बाल-बाल बचे कार सवार दंपती
दयालबाग में 100 फीट रोड पर सड़क धंसने से हुआ गड्ढा।

आगरा, जागरण संवाददाता। ये स्‍मार्ट आगरा की सड़कें हैं जनाब। हर साल करोड़ों रुपये से बनाई जाती हैं और एक साल में ही जरा सी बारिश ऐसी धुलाई कर देती है कि सड़कों की मिट्टी क्‍या गिट्टी तक बह जाती है। गिट्टी बहने तक ही बात सीमित रहती तो भी सब्र हो जाता लेकिन सड़क धंसकर 10 फीट गहरा गड्ढा हो जाए तो सीधे तौर पर सरकारी काम में चल रही कमीशनखोरी पर सवाल उठते हैं। गुरुवार रात ऐसा ही हादसा हुआ। जिसमें एक दंपती की जान जोखिम में फंस गई। उन्‍हें मामूली चोटें आई हैं लेकिन उनकी क्रेटा कार बुरी तरह क्षतिग्रस्‍त हो गई है।

गुरुवार देर रात करीब 11.15 बजे ये हादसा दयालबाग की 100 फीट रोड पर हुआ। अदन बाग से एचडीएफसी बैंक की ओर मुड़ते ही सती लीला अपार्टमेंट के सामने एकदम से मुख्‍य सड़क धंस गई। इसमें सफेद रंग की क्रेटा यूपी 80 ईबी 3636 जा घुसी। कार में सवार पुष्‍पांजलि बाग कॉलोनी निवासी चिराग पुरी और उनकी पत्‍नी श्‍वेता पुरी गड्ढे में फंस गई। सड़क धंसने के कारण तेज धमाके सी आवाज सुनकर आसपास के लोग मदद को आ गए। लोगों ने बड़ी मुश्किल से दंपती को बाहर निकाला। क्रेटा का अगला हिस्‍सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्‍त हो गया है। उसे क्रेन के जरिए बाहर निकाला गया। क्षेत्रीय नागरिकों में सड़क को लेकर आक्रोश है। पिछले साल भी इसी जगह पर सड़क धंसी थी। यहां गंगाजल की लाइन डाली गई थी, उसके बाद अंदर का हिस्‍सा पोला ही छोड़ दिया गया। वर्तमान में करीब 10 फीट गहरा और आठ फीट चौड़ा गड्ढा हो गया है। गनीमत रही कि कार बड़ी थी, यदि ऑल्‍टो या मारुति 800 कार होती तो वह पूरी इस गड्ढे में समा जाती।

मेयर कैंप कार्यालय से 800 मीटर की दूरी पर रोड धंसी

चौबीस घंटे के भीतर हुई बारिश ने शहर को तहस-नहस कर दिया है। मेयर कैंप कार्यालय से 800 मीटर की दूरी पर रोड धंस गई। यह रोड कमला नगर डी ब्लाक की है। निगम प्रशासन ने चार माह पूर्व रोड का निर्माण किया था। दो साल पूर्व गंगाजल की पाइप लाइन बिछाने के लिए रोड की खोदाई हुई थी। खोदाई के बाद जल निगम गंगाजल इकाई द्वारा ठीक तरीके से रोड का समतलीकरण नहीं किया गया था। हाल यह रहा कि 100 मीटर के दायरे में आधा दर्जन स्थलों पर गड्ढे हो गए। वहीं बालाजीपुरम, शाहगंज, केदारनगर, यमुनापार, तेज नगर, दयालबाग, ताजगंज, लोहामंडी, आवास विकास कालोनी सेक्टर चार सहित अन्य क्षेत्रों में 100 से अधिक रोड जख्मी हो गई हैं। पैदल चलना तक मुश्किल हो गया है। ऐसे में हादसों से इन्कार नहीं किया जा सकता है।

निर्माण की गुणवत्ता की खुली पोल: बारिश ने नगर निगम और एडीए द्वारा बनाई जा रही रोड की गुणवत्ता की पोल खोल दी है। शास्त्रीपुरम, ताजनगरी प्रथम और द्वितीय, कालिंदी विहार, कमला नगर, बोदला चौराहा के आसपास, जयपुर हाउस क्षेत्र शामिल हैं।

इनर रिंग रोड और लखनऊ एक्सप्रेस वे के किनारे हुआ कटान: बारिश से इनर रिंग रोड के पहले चरण, लखनऊ एक्सप्रेस वे के किनारे कटान हुआ है। एक्सप्रेस वे के किनारे सबसे अधिक नुकसान नगला बेहड़ के आसपास हुआ है। रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम कई जगहों पर बह गया है। कुछ यही हाल न्यू दक्षिणी बाइपास का भी है। कई जगहों पर गड्ढे हो गए हैं।

टोरंट कंपनी पर लगाया जुर्माना, 81.74 लाख रुपये जमा कराने का नोटिस

बिना अनुमति रोड कटिंग करने पर टोरंट कंपनी पर जुर्माना लगाया गया है। विजय नगर कालोनी में आशीर्वाद अपार्टमेंट के सामने खोदाई करने पर 96 हजार रुपये और कमला नगर में खोदाई पर पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। हरीपर्वत जोन के अधिशासी अभियंता आरके सिंह ने बताया कि कंपनी पर अब तक 81.72 लाख रुपये का जुर्माना लगाया जा चुका है। अभी तक यह रकम निगम के खाते में जमा नहीं कराई गई है। सप्ताह भर के भीतर रकम न जमा कराने पर टोरंट कंपनी को भविष्य में रोड कटिंग की कोई भी अनुमति नहीं दी जाएगी। वहीं आवास विकास कालोनी सेक्टर चार, सिकंदरा, यमुनापार, बोदला, जयपुर हाउस सहित अन्य क्षेत्रों में अवैध तरीके से रोड कटिंग हो रही है।

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