आगरा में नहीं थम रहा डेंगू का कहर, सरकारी और निजी अस्‍पतालों में बैड फुल

आगरा जिले में मिले डेंगू के 18 नए मरीज एक और की मौत। एक छोटे से गांव में ही एक सप्‍ताह में तीन की मौत। सबसे ज्‍यादा बच्‍चों में पाया जा रहा है संक्रमण। नगर निगम की फॉगिंग और एंटी लार्वा स्‍प्रे भी साबित हो रहे हैं बेअसर।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 12:29 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 12:29 PM (IST)
आगरा में नहीं थम रहा डेंगू का कहर, सरकारी और निजी अस्‍पतालों में बैड फुल
स्‍वास्‍थ्‍य विभाग द्वारा आगरा के गांवों में डेंगू को लेकर सर्वे कराया जा रहा है।

आगरा, जागरण संवाददाता। सरकारी हो या निजी, आगरा के किसी भी अस्‍पताल में अगर इस समय जाएंगे तो एक भी बैड खाली नहीं पाएंगे। फिरोजाबाद से शुरू होकर डेंगू कहें या रहस्‍यमयी बुखार, आगरा के गांवों और पूरे शहर में फैल चुका है। ताज्‍जुब तो इस बात का है कि हर दिन नगर निगम 1.5 लाख रुपये खर्च पिछले दो महीने से लगातार फागिंग और एंटी लार्वा स्‍प्रे करा रहा है। उसके बावजूद मच्‍छर नहीं मर रहे। यानि करीब 90 लाख रुपये खर्च हो चुके हैं और डेंगू का प्रकोप कम होने की बजाय बढ़ ही रहा है। ये एक अलग जांच का विषय है कि दवा के नाम पर कहीं पानी का छिड़काव तो नहीं हो रहा, या फिर मच्‍छरों ने इस दवाई का मुकाबला करने को एंटी बॉडीज डेवलप कर ली हैं।

आगरा में मंगलवार को डेंगू के 18 नए मरीज मिले हैं, जिसमें से आगरा में आठ, हाथरस में छह, मैनपुरी में दो व एटा में दो मरीज मिले। अब तक कुल 351 डेंगू के मरीज मिल चुके हैं। मंगलवार को फतेहाबाद रोड निवासी वीनू महाजन के दस वर्षीय पुत्र की मौत हुई। स्वजनों के अनुसार उसे डेंगू था। चिकित्सकों का कहना है कि डेंगू का डेन टू स्ट्रेन तेजी से फैल रहा है। इस स्ट्रेन में तीन दिन तक बुखार आने के बाद चौथे से छठवें दिन के बीच अचानक से तबीयत बिगड़ रही है। बेहोशी, उल्टी, पेट में दर्द की शिकायत के साथ मरीज अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं।

एक सप्ताह में ग्राम रसूलपुर में बुखार से तीन की मौत

फतेहपुरसीकरी विकास खंड के ग्राम रसूलपुर में विगत एक सप्ताह में तीन बच्चों की मौत डेंगू व बुखार से हुई है। इससे क्षेत्र में दहशत है। विगत 18 सितंबर को डेंगू से भाई-बहन की मृत्यु हो गयी थी। उसके बाद स्वच्छता अभियान चला। गांव में गंदगी का अंबार है। एक दर्जन से ज्यादा बच्चे बीमार हैं, जिनमें से कुछ की डेंगू की रिपोर्ट पाजीटिव आई है।विगत 17 अक्टूबर को उदय सिंह की तीन माह की पुत्री अनुष्का की मृत्यु हो गय थी। इससे पूर्व 12 अक्टूबर को पूरन सिंह की तीन माह की पुत्री श्वेता की मृत्यु हो चुकी है। 18 अक्टूबर की रात्रि मालती की छह वर्षीय पुत्री प्राची की आगरा में मृत्यु हो गई। विमलेश ने बताया कि शिकायत करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

आशा कार्यकर्ताओं को दी जिम्‍मेदारी

स्‍वास्‍थ्‍य विभाग आगरा ने आशा कार्यकर्ताओं को जिम्‍मेदारी सौंपी है। वे घर-घर जाकर डेंगू तथा बुखार पीडि़तों का सत्‍यापन करेंगी। साथ ही दवाइयों का भी वितरण करेंगी। आगरा में ये अभियान 17 नवंबर तक चलेगा।

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