UP Board Exams 2021: परीक्षा से पहले यूपी बोर्ड का Students को बड़ा तोहफा, आ सकते हैं इस बार नंबर अच्‍छे

उत्‍तर प्रदेश सरकार ने परीक्षा की कॉपियों के मूल्‍यांकन में उदारता बरतने के दिए हैं निर्देश। विद्यार्थियों को एक और राहत देने की तैयारी। मेहनत का मिलेगा पूरा फल स्टैप मार्किंग पर रहेगा जोर। कोरोना वायरस संक्रमण काल को देखते हुए सरकार ने उठाया है ये कदम।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Sat, 10 Apr 2021 11:14 AM (IST) Updated:Sat, 10 Apr 2021 11:14 AM (IST)
UP Board Exams 2021: परीक्षा से पहले यूपी बोर्ड का Students को बड़ा तोहफा, आ सकते हैं इस बार नंबर अच्‍छे
यूपी बोर्ड की परीक्षाओं में मूल्‍यांकन के दौरान उदारता बरते जाने के निर्देश दिए गए हैं।

आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण बढ़ने के साथ इसका खौफ भी लगातार बढ़ रहा है। वहीं पंचायत चुनाव के कारण उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा पहले ही टल चुकी है, जो अब आठ मई से शुरू होगी। बोर्ड ने इसका संशोधित कार्यक्रम भी जारी कर दिया है। इसके साथ ही बोर्ड ने विद्यार्थियों को एक और राहत देते हुए उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन में उदारता बरतते हुए नंबर देने की अपील परीक्षकों से की है। 

बोर्ड इसके लिए सीबीएसई के प्रशिक्षकों से जिले के मूल्यांकन केंद्र उप नियंत्रकों को आनलाइन मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण दिला चुका है, जो अन्य प्रधानाचार्यों को प्रशिक्षित करेंगे, ताकी प्रधानाचार्य अपने शिक्षकों को समय से प्रशिक्षित कर लें। ऐसे में बोर्ड ने दोबारा बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच परीक्षकों से अपील की है कि वह इस बार उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन के पुराने ढर्रे को बदलकर विद्यार्थियों को उदारता के साथ अंक देने की सोच मन में रखें।

इसलिए की है अपील

प्रशिक्षण में विशेषज्ञ प्रधानाचार्यों को निर्देश मिले हैं कि अन्य बोर्ड के विद्यार्थी हिंदी जैसे विषय में 90, 95 और 100 तक अंक पाते हैं। जबकि यूपी बोर्ड के विद्यार्थी हिंदी भाषी क्षेत्र से होने पर भी मुश्किल 60 अंक ही ला पाते हैं। ऐसे में उनकी उत्तर पुस्तिका के मूल्यांकन में विशेष ध्यान दिया जाए, ताकी उनका अंक फीसद न प्रभावित हो।

यह मिलें हैं निर्देश

- अंक देने में परीक्षक उदारता बरतें।

- स्टेप मार्किंग पर ध्यान दें।

- उत्तर देखकर विद्यार्थी के बौद्धिक स्तर का आंकलन कर अंक दें।

- छोटे उत्तर में यदि सभी तथ्य समाहित हैं, तो उस पर गौर करें।

- उत्तर पुस्तिका व अवार्ड ब्लैंक में अंकों की भिन्नता न हो।

- उपप्रधान परीक्षक खासतौर से उत्तर पुस्तिका व अवार्ड ब्लैंक की रेंडम जांच करें।

- कुल अंकों का मूल्यांकन करने के बाद एक बार मिलान जरूर करें।

- अंकों में ओवरराइटिंग से बचें, पूर्णांक के अनुसार ही अंक दें।

यूपी बोर्ड परीक्षा में इस बार मुश्किल हालात को देखते हुए स्टैप मार्किंग के लिए विशेष निर्देश दिए गए हैं, जिसके लिए मूल्यांकन केंद्रों को निर्देश दिए जाएंगे।

मनोज कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक। 

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