होश आते ही किशोरी बोली, मुझे छोड़ दो, जानिए क्यों रातभर आगरा की सड़कों पर दौड़ती रही पुलिस
हरीपर्वत थाने के पास फुटपाथ पर रहती है वह। पुलिस ने रात में ही ट्रैस कीं किशोरी की दो बहनें। केंद्रीय कारागार के पास शनिवार शाम छह बजे बाइक से आए युवक उसे फेंककर जाते हुए दिखे थे। सूचना मिलते ही खलबली मच गई।
आगरा, जागरण संवाददाता। केंद्रीय कारागार के वाच टावर नंबर दो के पास झाड़ियों में मिली किशोरी फुटपाथ पर रहती है। देर रात उसे होश आ गया। होश आने पर वह बोल रही थी कि मुझे छोड़ दो। महिला पुलिसकर्मियों ने उसे समझाया। तब जाकर वह शांत हुई। देर रात पुलिस ने उसकी दो बहनों को भी ट्रैस कर लिया। अब उनसे भी किशोरी के बारे में पूछताछ की जा रही है।
केंद्रीय कारागार के पास शनिवार शाम छह बजे बाइक से आए युवक उसे फेंककर जाते हुए दिखे थे। किशोरी को बेहोशी की हालत में फेंके जाने की सूचना मिलते ही खलबली मच गई। एसएसपी बबलू कुमार, एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमेाद समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए। किशोरी को एसएन इमरजेंसी में भर्ती करा दिया गया। रात दाे बजे किशोरी को हाेश आया। वह बार-बार छोड़ दो- छोड़ दो बाेल रही थी। सीओ कोतवाली दीक्षा सिंह को उससे पूछताछ के लिए अस्पताल में बुलाया गया। किशोरी ने अपने साथ किसी भी तरह की घटना होने से इन्कार कर रही थी। उसने बताया कि वह हरीपर्वत चौराहा पर बने फुट ओवरब्रिज के नीचे रहती है। उसकी एक बहन साथ में रहती है। जबकि दूसरी प्रभु सिनेमा के पास रहती है। पुलिस देर रात दोनों बहनों तक पहुंच गई। पुलिस ने हरीपर्वत चौराहा के आसपास के लोगों को किशोरी का फोटो दिखाया। उन्होंने भी उसके फुटपाथ पर रहने की पुष्टि की। किशोरी ने बताया कि उसके चाचा फीरोजाबाद में रहते हैं। पिता और माता की मौत हो चुकी है। वह फुटपाथ पर रहती है।
रातभर दौड़ती रही पुलिस की टीमें
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिला अपराध पर अंकुश लगाने को अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं। महिलाओं और बालिकाओं को निडर बनाने को शक्ति मिशन की शुरुआत की है। किशोरी को बेहोशी की हालत में फेंके जाने की घटना से पुलिस अधिकारियों के होश उड़ गए। एसएसपी ने चार इंस्पेक्टर अलग-अलग इलाकों में युवती के बारे में जानकारी करने को लगाए। होश आने पर जैसे ही उसने अपनी बहनों के बारे में जानकारी दी। पुलिस तत्काल उनके पास तक पहुंच गई। रात में ही महिला दारेागा ने किशोरी के बयानों की वीडियो रिकार्डिंग की। उसका कहना था कि उसके साथ कुछ गलत नहीं हुआ। वह बेहोश कैसे हुई? इसकी भी वह जानकारी नहीं दे रही है।
नहीं हुआ मुकदमा
पुलिस ने रात में ही किशोरी का मेडिकल कराया। अधिकारियों के मुताबिक प्रारंभिक परीक्षण में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है। अभी विस्तृत रिपोर्ट में पूरी तरह से जानकारी हो सकेगी कि उसके साथ दुष्कर्म हुआ है या नहीं। इस मामले में अभी तक कोई मुकदमा भी पुलिस ने दर्ज नहीं किया है।
आखिर क्या हुआ उसके साथ ?
भले ही किशोरी अपने साथ हुई घटना की जानकारी अभी नहीं दे रही है। मगर, परिस्थितियां उसके साथ अनहोनी की ओर इशारा कर रही हैं। उसको झाड़ियों में फेंककर भागने वाले युवक कौन थे? उसे कहां से लाए थे? वह केंद्रीय कारागार के पास कैसे पहुंची? इन सवालों के जवाब अभी तक पुलिस के पास नहीं हैं। किशोरी भी अभी तक इस संबंध में कुछ नहीं बता पाई है। उससे पूछताछ में स्थिति स्पष्ट होने के बाद ही कुछ पता चल सकेगा।