आगरा में लूट में वांछित जीएसटी अधिकारियाें घरों पर कुर्की पूर्व कार्रवाई का नोटिस चस्पा करने भेजी टीम

मूलरूप से लखनऊ और चंदौली के रहने वाले हैं आरोपित। सीओ सदर कर रहे हैं विवेचना। घटना 30 अप्रैल की है। मथुरा के गोविंद नगर निवासी प्रदीप अग्रवाल बिहार से चांदी के आभूषण बेचकर लौट रहे थे। लखनऊ एक्सप्रेस वे के फतेहाबाद टोल पर जीएसटी अधिकारियाें ने रोका था।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 02:32 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 02:32 PM (IST)
आगरा में लूट में वांछित जीएसटी अधिकारियाें घरों पर कुर्की पूर्व कार्रवाई का नोटिस चस्पा करने भेजी टीम
मूलरूप से लखनऊ और चंदौली के रहने वाले हैं आरोपित।

आगरा, जागरण संवाददाता।  मथुरा के चांदी कारोबारी से 43 लाख रुपये लूटने के आरोप में वांछित जीएसटी अधिकारियों के खिलाफ कुर्की की तैयारी कर रही है।रविवार को पुलिस ने कुर्की से पूर्व की कार्रवाई करते हुए अधिकारियों के मूल निवास लखनऊ और चंदौली में नोटिस चस्पा करने के लिए पुलिस टीम भेजी गई है। एक महीने के दौरान आरोपितों के हाजिर नहीं होने पर उनके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई करेगी।

घटना 30 अप्रैल की है। मथुरा के गोविंद नगर निवासी प्रदीप अग्रवाल बिहार से चांदी के आभूषण बेचकर लौट रहे थे। व्यापारी को लखनऊ एक्सप्रेस वे के फतेहाबाद टोल पर जीएसटी अधिकारियाें ने रोक लिया था। व्यापारी का आरोप है कि उसे जयपुर हाउस स्थित कार्यालय पर ले जाकर उनसे 43 लाख रुपये लूट लिए थे। व्यापारी की शिकायत पर विभागीय जांच के बाद 12 मई को लोहामंडी थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया।

जिसमें असिस्टेंट कमिश्नर वाणिज्यकर अजय कुमार, कर अधिकारी शैलेंद्र कुमार सिपाही संजीव कुमार और निजी चालक दिनेश कुमार को आरोपित बनाया गया है। मुकदमे में आरोपित संजीव और दिनेश को पुलिस जेल भेज चुकी है। जबकि अजय कुमार और शैलेंद्र फरार चल रहे हैं। मुकदमे की विवेचना सीओ सदर राजीव कुमार कर रहे हैं। सीओ ने बताया आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दो टीम लगी हुई हैं। आरोपित के खिलाफ अदालत से कुर्की पूर्व की कार्रवाई का अादेश लिया गया है।उनके सिकंदरा इलाके के आवास पर नोटिस चस्पा किया जा चुका है। मूलरूप से असिस्टेंट वाणिज्यकर कमिश्नर अजय, इंदिरा नगर लखनऊ और शैलेंद्र कुमार, चंदौली के रहने वाले हैं।

सीओ ने बताया दोनों अधिकारियों के घरों पर कुर्की पूर्व की कार्रवाई का नोटिस चस्पा करने के लिए टीम भेजी गई हैं।एक महीने में आरोपितों के हाजिर नहीं होने पर उनकी संपत्ति की कुर्की करने की कार्रवाई की जाएगी। 

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