Teacher's Tension: आगरा में शिक्षकों की पीड़ा, स्‍कूलों में कराया जा रहा है बाबुुओं वाला काम

प्राथमिक शिक्षक संघ के विचार-मंथन कार्यक्रम में शिक्षकों ने बयां किया दर्द। पढ़ाने के लिए तैनात गए शिक्षकों से लिए जा रहे हैं 26 से ज्यादा गैर शैक्षणिक कार्य। शिक्षक संघ हाईकोर्ट में रिट दायर करने की तैयारी में।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 01:33 PM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 01:33 PM (IST)
Teacher's Tension: आगरा में शिक्षकों की पीड़ा, स्‍कूलों में कराया जा रहा है बाबुुओं वाला काम
आगरा में शिक्षक गैर शैक्षणिक कार्य कराए जाने के विरोध में आ गए हैं।

आगरा, जागरण संवाददाता। लंबे समय तक बंद रहे परिषदीय विद्यालय खुले, तो विद्यार्थियों के आने का सिलसिला शुरू हो चुका है, लेकिन दो सत्र बाद शुरू हुई शिक्षण व्यवस्था के बीच शिक्षक खुद को असहज पा रहे हैं। कारण, उनसे शिक्षण कार्य के अलावा डाटा फीडिंग, अभिभावकों के आधार कार्ड व खाता संख्या जुटाने जैसी 26 अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई है। वह दुविधा में हैं कि विद्यार्थियों को पढ़ाएं या अन्य जिम्मेदारी संभालें।

बुधवार को यह दर्द परिषदीय शिक्षकों ने उप्र प्राथमिक शिक्षक संघ के विचार मंथन कार्यक्रम में बयां किया। उनका कहना था कि शासन की नजरों में इन महत्वपूर्ण कार्यों के सभी आंकड़े सत्य व स्पष्ट हों, इसलिए शिक्षकों को यह अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है। लेकिन रोजाना नए-नए आदेशों का पालन कर शिक्षक दो साल बाद विद्यालय पहुंचे नौनिहालों को पढ़ाने का समय नहीं दे पा रहे। एक तरफ कोर्ट शिक्षकों से गैर शैक्षणिक कार्य न कराने के निर्देश देता है, ताकि विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित न हो, लेकिन शिक्षक को ऐसे उलझाऊ कामों में व्यस्त रखने से वह मानसिक वेदना में है।

दाखिल करेंगे रिट याचिका

प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री बृजेश दीक्षित का कहना है कि यह सिर्फ बानगी है। प्राथमिक शिक्षकों को सबसे ज्यादा बेगारी वाले कार्य सौंपे जाते हैं। उनसे अपेक्षा की जाती है कि विद्यालय का शैक्षिक कार्य भी प्रभावित न हो। इससे आजिज आकर शिक्षक संगठन अब हाईकोर्ट में रिट याचिका दाखिल कर शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्ति दिलाने की गुहार लगाएगा। साथ ही स्थानीय स्तर पर संगठन रणनीति तैयार कर गैर शैक्षणिक कार्यों में शिक्षकों की ड्यूटी लगाने का बहिष्कार करेगा।

chat bot
आपका साथी