शिक्षक एसोसिएशन ने खोला मोर्चा, निलंबन से न डरें, पहले अपनी सुरक्षा करें शिक्षक

परिषदीय शिक्षकों में बढ़ते संक्रमण को देखकर यूटा आक्रोशित। संगठन प्रदेश अध्यक्ष ने कहा जीवन का रखें ध्यान पहले जान फिर ड्यूटी। शिक्षक सालभर से कई तरह के अतिरिक्त काम कर रहे हैं लेकिन पंचायत चुनाव ने संक्रमण को घर-घर तक पहुंचा दिया है।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 01:09 PM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 01:37 PM (IST)
शिक्षक एसोसिएशन ने खोला मोर्चा, निलंबन से न डरें, पहले अपनी सुरक्षा करें शिक्षक
शिक्षकों से अपील की गई है कि अगर स्‍वास्‍थ्‍य सही हो तो ही करें चुनाव ड्यूटी।

आगरा, जागरण संवाददाता। तेजी से फैलते कोरोना संक्रमण से परिषदीय शिक्षक परेशान हैं। पहले और दूसरे चरण में लगी पंचायत चुनाव ड्यूटी करने के कारण तमाम शिक्षक संक्रमित हुए, जबकि कई को जान से हाथ धोना पड़ा।यह आरोप लगाते हुए यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन (यूटा) प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र राठौर ने शिक्षकों से अपील की है कि तबीयत जरा भी खराब हो, तो कतई ड्यूटी पर मत जाएं, निलंबन होगा, तो देखेंगे।

उनका कहना है कि सरकार को शिक्षकों की जान की परवाह हो या नहीं, लेकिन हमें अपनी सुरक्षा स्वयं देखनी होगी। बढ़ते संक्रमण में शिक्षकों की जान बचाना जरूरी है। शिक्षक सालभर से कई तरह के अतिरिक्त काम कर रहे हैं लेकिन पंचायत चुनाव ने संक्रमण को घर-घर तक पहुंचा दिया है। लिहाजा पहले शिक्षक सुरक्षा का ध्यान रखें। साथ में मिशन प्रेरणा, कायाकल्प, मिड-डे-मील आदि तमाम योजनाओं का संचालन भी शिक्षकों को देखना पड़ रहा है, जिसके कारण विद्यालय बंद होते हुए भी विद्यालय आने की बाध्यता है, जो उन पर भारी पड़ रही है।

इसलिए कही यह बात

उन्होंने यह बात इसलिए कही क्योंकि एक के एक कई शिक्षकों के संक्रमित होने और कई शिक्षकों की जान जाने के बाद से परिषदीय प्राथमिक शिक्षक दहशत में हैं। उन्होंने गुहार लगाई है कि सरकार पंचायत चुनाव स्थगित करें। शिक्षकों के इस गुस्से को देखते हुए ही यूटा को खुलकर सामने आना पड़ा।

अन्य शिक्षक संगठनों में भी आक्रोश

प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला महामंत्री बृजेश दीक्षित का कहना है कि वह शिक्षकों की सुरक्षा को लेकर मुख्यमंत्री व बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री को भेजकर मांग कर चुके हैं कि बढ़ते कोरोना संक्रमण में पंचायत चुनाव से मुश्किलें और बढ़ रही हैं। गांवों तक संक्रमण फैल रहा है। इसलिए शिक्षकों की सुरक्षा का ध्यान रखा जाए। 

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