आगरा व्यापारी की कार के पास 10 और 50 के नोट डालकर 3.50 लाख रुपये ले भागे टप्पेबाज
लोहामंडी चौराहे पर नमकीन व्यापारी के साथ वारदात। कार के गेट के पास नोट डालकर बनाया शिकार। शहर में एक महीने के दौरान टप्पेबाजी की यह चौथी घटना है। पहली घटना कमला नगर थाने की थी। यहां पुलिसकर्मी बनकर चेकिंग के बहाने व्यापारी से जेवरात उतरवाए थे।
आगरा, जागरण संवाददाता। लोहामंडी चौराहे पर सोमवार को टप्पेबाजों ने दिनदहाड़े वारदात को अंजाम दिया। नमकीन व्यापाारी की कार के पास 10 और 50 के नोट डालकर उसका रुपये से भरा बैग ले भागे। बैग में साढ़े तीन लाख रुपये थे। मामले में पीड़ित ने थाने पर तहरीर दी है।
घटना तीसरे पहर करीब पौने तीन बजे की है। बोदला निवासी अजय कुमार बंसल का नमकीन का व्यापार है। अजय के पुत्र आयुष बंसल ने बताया कि उन्होंने दुकान के सामने खड़ी अपनी कार में साढ़े तीन लाख रुपये से भरा बैग रखा था। बैग उन्होंने चालक की बराबर वाली सीट पर रखा था। वह कार की डिग्गी से सामान निकालने पीछे की ओर आए।
इसी दौरान दो युवक वहां आए। उनसे कहने लगे कि भाई साहब आपके नोट गिर गए हैं। कार के गेट के पास 10 व 50 के कुछ नोट पड़े थे। उन्हें लगा कि नोट उनकी जेब से गिरे हैं। वह नोट उठाने लगे, इसी दौरान शातिरों ने कार में रखा रुपये से भरा बैग पार कर दिया। उनकी नजर सीट पर गई तो बैग व युवक दोनों गायब थे। सीसीटीवी फुटेज चेक की तो उसमें दोनों युवकों के साथ एक 14 साल का किशोर भी था।
इसके अलावा तीन अन्य संदिग्ध भी थे। यह सभी उनकी कार के आसपास घूम रहे थे। बाजार में लगे सीसीटीवी फुटेज चेक किए तो आरोपित सिरकी मंडी की ओर जाते दिखाई दे रहे हैं। वहीं, कुछ प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि कार से बैग किशोर ने पार किया है।
इंस्पेक्टर लोहामंडी सुनील कुमार सिंह ने बताया कि पीड़ित ने तहरीर दी है। सीसीटीवी फुटेज की मदद से टप्पेबाजों का सुराग लगाने का प्रयास किया जा रहा है।
टप्पेबाजों ने इस बार बदला तरीका
शहर में एक महीने के दौरान टप्पेबाजी की यह चौथी घटना है। पहली घटना कमला नगर थाने की थी। यहां पुलिसकर्मी बनकर चेकिंग के बहाने व्यापारी से जेवरात उतरवाए थे। दूसरी घटना कोतवाली में की, कारोबारी के कारीगर से 28 किलोग्राम चांदी की पायल ले गए। तीसरी घटना यमुना पार में कपड़ा व्यापारी के साथ हुई। पांच लाख रुपये की साड़ियां ढाई लाख रुपये देने के बहाने ढाई लाख रुपये ले गए थे। सोमवार को टप्पेबाजों ने वारदात का तरीका बदल दिया। उन्होंने परंपरागत तरीका अपनाया और साढ़े तीन लाख रुपये ले भागे।