Heritage Tree: पहले विश्व युद्ध का साक्षी है ये 106 साल पुराना पेड़, हेरिटेज ट्री का मिलेगा दर्जा
प्रथम विश्व युद्ध का गवाह आगरा क्लब में खड़ा इमली का वृक्ष। अंग्रेजों के शासनकाल में कमिश्नर जेडब्ल्यू होज ने रोपा था पौधा। तत्कालीन गवर्नर जनरल लार्ड कर्जन ने आगरा में ताजमहल के पास भी लगाए गए थे पौधे।
आगरा, सुबान खान। एक तरफ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की वतन वापसी हुई थी तो दूसरी ओर प्रथम विश्व युद्ध की वजह से आगरा में तनातनी का मौहल था। लोग डरे और सहमे हुए थे। इस माहौल का गवाह आगरा क्लब में खड़ा 106 वर्ष पुराना इमली का वृक्ष है। जो तत्कालीन कमिश्नर जेडब्ल्यू होज ने लगाया था।
आगरा क्लब में वैसे तो सैकड़ों पौधे वृक्ष की भूमिका में पहुंच गए, लेकिन आगरा क्लब कार्यालय के सामने इमली का वृक्ष अंग्रेजी शासनकाल की याद दिलाता है। यह वृक्ष अब 106 वर्ष का हो गया है। इसे अंग्रेजों के शासन में तत्कालीन कमिश्नर जेडब्ल्यू होज ने वर्ष 1914 में लगाया था। अब यह वृक्ष हेरिटेज ट्री के रूप में आगरा के इतिहास में शामिल है। वन विभाग ने इसका ब्योरा शासन को भेजा है। शासन द्वारा हेरिटेज ट्री घोषित किया जाएगा। इसके बाद इसका संरक्षण कार्य शुरू होगा।
इतिहासविद राज किशोर राजे बताते हैं कि वर्ष 1902 से 19022 तक भारत के गवर्नर जनरल लार्ड कर्जन ने ताजमहल के इर्द-गिर्द भी हरियाली बढ़ने के लिए पौधे लगाए थे। जो आज भी मौजूद हैं।
शाहजहां गार्डन में भी हैं पुराने वृक्ष
उद्यान विभाग के अधिकारियों के अनुसार शाहजहां गार्डन के तीनों वृक्ष वर्ष 1906 के आसपास लगे थे। एक मई, 1934 से 30 अप्रैल, 1940 तक आगरा में गार्डन के अधीक्षक आरटी फोरडैम रहे थे। उनके कार्यकाल से पहले भी तीनों वृक्ष थे। उस समय अंग्रेजों का शासन पार्क का नाम मैकडोनल पार्क था।