भारतीय पर्यटकों के भरोसे ताजनगरी का पर्यटन कारोबार
आगरा में एक अक्टूबर से होगी पर्यटन सीजन की शुरुआत इंटरनेशनल फ्लाइट व टूरिस्ट वीजा सर्विस पर लगी है रोक
आगरा,जागरण संवाददाता। ताजनगरी में पर्यटन कारोबार केवल भारतीय पर्यटकों के भरोसे है। एक अक्टूबर से पर्यटन सीजन की शुरुआत हो जाएगी, लेकिन सरकार ने इंटरनेशनल फ्लाइट व टूरिस्ट वीजा सर्विस की शुरुआत पर रुख स्पष्ट नहीं किया है। इससे पर्यटन कारोबारियों को सीजन खराब होने की चिता सता रही है।
आगरा में अक्टूबर से मार्च तक पर्यटन सीजन रहता है। पिछले वर्ष कोरोना वायरस के संक्रमण की भेंट पर्यटन सीजन चढ़ गया था। ताजमहल पर कैपिग लागू थी और इंटरनेशनल फ्लाइट व टूरिस्ट वीजा सर्विस पर रोक थी। मार्च, 2020 से इंटरनेशनल फ्लाइट व टूरिस्ट वीजा सर्विस पर लागू रोक अभी भी बरकरार है। इससे आगरा का पर्यटन कारोबार पूरी तरह भारतीय पर्यटकों के भरोसे है। उप्र में साप्ताहिक बंदी खत्म होने के बाद वीकेंड में शनिवार व रविवार को भारतीय पर्यटकों की भीड़ उमड़ रही है। अन्य दिनों में औसतन 10 हजार पर्यटक प्रतिदिन आ रहे हैं। आगरा का पर्यटन कारोबार 70 फीसद तक विदेशी पर्यटकों पर निर्भर करता है, लेकिन इंटरनेशनल फ्लाइट व टूरिस्ट वीजा सर्विस पर रोक के चलते वो यहां नहीं आ पा रहे हैं। ताजमहल देखने केवल वही विदेशी पर्यटक आ पा रहे हैं, जो डिप्लोमेट या बिजनेस वीजा पर भारत आए हैं। ताजमहल पर पर्यटकों की स्थिति पर्यटक, शनिवार रविवार, सोमवार
भारतीय, 18,053, 18,500, 11,589
विदेशी, 121, 75, 57 इन दिनों दिल्ली बेस्ड पर्यटक आगरा अधिक आ रहे हैं। यह दोपहर में आकर शाम को वापस चले जाते हैं। जब तक विदेशी पर्यटकों का आना शुरू नहीं होगा, तब तक आगरा का पर्यटन कारोबार उबर नहीं सकेगा।
सुनील गुप्ता, चेयरमैन इंडियन एसोसिएशन आफ टूर आपरेटर्स इन दिनों भारतीय पर्यटक ही अधिक आ रहे हैं। पर्यटन कारोबार पूरी तरह उन पर ही निर्भर है। कारोबार को उबारने के लिए जरूरी है कि सरकार विदेशी पर्यटकों को आने की अनुमति प्रदान करे।
राजेश शर्मा, सचिव टूरिज्म गिल्ड आफ आगरा