Taj Mahal: संरक्षण के बाद और निखर गया ताज का हुस्न, जानिए कहां क्या हुआ है काम

Taj Mahal एएसआइ ने बदले हैं ताज के वाटर चैनल के कई खराब पत्थर। बरामदों में खराब पत्थरों को बदलने का चल रहा काम। तजामहल के वाटर चैनल में क्रिस्टल क्लीयर पानी में चलते फव्वारे सैलानियों को लुभा रहे हैं।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 06:00 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 06:00 PM (IST)
Taj Mahal: संरक्षण के बाद और निखर गया ताज का हुस्न, जानिए कहां क्या हुआ है काम
दो माह की बंदी के बाद खुला ताजमहल पहले से अधिक सुंदर सैलानियों को नजर आ रहा है।

आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना काल में दो माह की बंदी के बाद खुला ताजमहल पहले से अधिक सुंदर सैलानियों को नजर आ रहा है। तजामहल के वाटर चैनल में क्रिस्टल क्लीयर पानी में चलते फव्वारे सैलानियों को लुभा रहे हैं। वाटर चैनल के पास खराब पत्थरों को बदलकर नए पत्थर लगा दिए गए हैं। बरामदों में खराब पत्थरों को बदलने का काम किया जा रहा है।

ताजमहल पिछले बुधवार को सैलानियों के लिए खोला गया था। सैलानियों को ताजमहल पहले से अधिक खूबसूरत नजर आया था। संगमरमरी हुस्न सैलानियों को और अधिक निखरा हुआ लगा। गार्डन की मेंटीनेंस के साथ ही स्मारक की स्वच्छता सैलानियों के दिलों में उतर गई थी। ताजमहल के उद्यान में वाटर चैनल बने हुए हैं। इनमें वीडियो प्लेटफार्म से मुख्य मकबरे तक वाटर चैनल में फव्वारे लगे हैं। फव्वारों का पानी पहले वाटर चैनल के किनारे लगे पत्थरों पर गिरता था। समय बीतने के साथ यह पत्थर खराब हो गए थे और गंदे नजर आते थे। इससे स्मारक की छवि खराब होती थी। स्मारक की बंदी के दौरान भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) ने वाटर चैनल के किनारे लगे खराब पत्थरों को बदल दिया। वाटर चैनल में मोटर से चलने वाले फव्वारों का प्रेशर सेट किया गया। इससे अब फव्वारों का पानी पत्थरों पर न गिरकर वाटर चैनल में ही गिर रहा है।

अधीक्षण पुरातत्वविद डा. वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि वाटर चैनल के किनारे के खराब हुए पत्थरों को बदलने के साथ फव्वारों के प्रेशर को सेट किया गया है। बरामदों में खराब पत्थरों को बदलने के लिए संरक्षण कार्य किया जा रहा है। 

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