Reality Check: डेंगू के नाम पर आगरा में चल रहा सर्वे, पूछे जा रहे सिर्फ दो सवाल, कागजों में भरे जा रहे 11 कॉलम

आगरा में स्वास्थ्य विभाग के घर-घर सर्वे के आंकड़े और हकीकत में है विरोधाभास। छह लाख से ज्यादा घरों का हुआ सर्वे 10 हजार से ज्यादा लोगों में मिले लक्षण। जिलाधिकारी ने दिया ताजा आदेश। किसी घर में रोगी मिले तो आसपास के 50 के घरों में करें जांच।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 08:59 AM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 08:59 AM (IST)
Reality Check: डेंगू के नाम पर आगरा में चल रहा सर्वे, पूछे जा रहे सिर्फ दो सवाल, कागजों में भरे जा रहे 11 कॉलम
आगरा में इस तरह स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की टीमें घर-घर जाकर सर्वे कर रही हैं। प्रतीकात्‍मक फोटो

आगरा, प्रभजोत कौर। केस एक- दोपहर के एक बजे, आवास विकास कालोनी के सेक्टर दस में दो महिलाएं पहुंची। घर की महिला से पूछा कि दो साल से कम उम्र के कितने बच्चे हैं? वैक्सीन लग गई? गेट पर कुछ नंबर लिखे और चली गईं।

केस दो- दयालबाग की एक कालोनी में पहुंची दो आशा कार्यकर्ता ने कालोनी के घरों में सिर्फ दो सवाल पूछे, पहले छोटे बच्चे कितने हैं, दूसरा वैक्सीन लग गई। गेट पर चॉक से नंबर डाले और चली गईं।

डेंगू के बढ़ते केसों के बाद स्वास्थ्य विभाग ने जनपद में घर-घर सर्वे के लिए माइक्रो प्लान के अनुसार 1653 टीमों का गठन किया था। हर टीम को एक दिन में 50 घरों का सर्वे करने का लक्ष्य दिया गया है। सात सितंबर से शुरू हुए इस सर्वे में आशा कार्यकर्ताओं को घर-घर जाकर बुखार पीड़ित व्यक्तियों, कोविड तथा क्षय रोग के लक्षण युक्त व्यक्तियों, नियमित टीकाकरण से छूटे बच्चों और 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग वाले ऐसे लोगों को चिन्हित करना है, जिन्होंने वैक्सीन की पहली खुराक भी नहीं ली है। जबकि सच्चाई इससे कोसों दूर है। न तो बुखार पीड़ितों की जानकारी ली जा रही है और न ही वैक्सीनेशन के सर्टिफिकेट ही जांचे जा रहे हैं। जबकि स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार अब तक छह लाख चार हजार 38 घरों के सर्वे में से 6606 मरीज बुखार के मिल चुके हैं। लक्षण युक्त कुल 10705 मरीज मिले हैं।

स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े

- सर्दी जुकाम के मरीज- 3540

- दो सप्ताह से अधिक खांसी वाले मरीज- 217

- खांसी के बल्गम में खून आने वाले मरीज- 52

- जिन लोगों का वजन कम हो रहा- 30

- सांस लेने में तकलीफ के मरीज- 79

- बेहोशी के साथ बड़बड़ाना के मरीज- नौ

- बुखार के साथ ठंड लगना के मरीज- 101

- बुखार के साथ पेट में दर्द के मरीज- 34

- बुखार के साथ उल्टी के मरीज- 25

- बुखार के साथ शरीर पर चकत्ते वाले मरीज- 11

- बुखार के साथ रक्तस्राव- एक

फतेहपुरसीकरी और फतेहाबाद में सबसे ज्यादा बुखार के मरीज

एसीएमओ डा. संजीव बर्मन ने बताया कि फतेहपुरसीकरी और फतेहाबाद में सबसे ज्यादा वायरल के मरीज मिल रहे हैं। यहां 518 लोगों के एंटीजन टेस्ट कराए गए। स्क्रीनिंग में सात में लक्षण मिले। अस्पताल में जांच कराने पर वे नेगेटिव मिले।

गंभीर मरीजों को कराते हैं भर्ती

सीएमओ डा. अरूण श्रीवास्तव ने बताया कि गंभीर मरीजों को आशा कार्यकर्ता तुरंत नजदीक के अस्पतालों में भर्ती कराते हैं। सीएचसी स्तर पर भी हर मरीज पर नजर रखी जा रही है।जहां बुखार के ज्यादा मरीज मिल रहे हैं, वहां कैंप लगाकर जांच कराई जाएंगी।अब तक के आंकड़ों के अनुसार हर रोज तीन से चार मरीज भर्ती हो रहे हैं।

डेंगू मरीज मिलने पर अब 50 घरों का होगा सत्यापन

डेंगू की रोकथाम और मरीजों की जल्द पहचान के लिए स्वास्थ्य विभाग एक और कदम उठाने जा रहा है। डेंगू मरीज मिलने पर अब 50 घरों का सत्यापन होगा। कूलर और घर के आसपास पानी जमा न हो, इस पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। जिले में ब्लड और प्लेटलेट्स की कमी नहीं होने दी जाएगी। हर सप्ताह तीन से चार सरकारी विभागों में ब्लड डोनेशन शिविर आयोजित किए जाएंगे। शनिवार को नगर निगम और रविवार को पुलिस लाइन में स्वास्थ्य शिविर होगा। डीएम प्रभु एन सिंह का कहना है कि छह तहसीलों के एसडीएम और सीएमओ को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। लोगों को जागरूक करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम हो रहे हैं।

50 भवन स्वामियों को नोटिस

नगर निगम की टीमों ने बुधवार को कमला नगर, जयपुर हाउस, ट्रांस यमुना, शाहगंज, लोहामंडी, बोदला, सिकंदरा, केदारनगर, आवास विकास कालोनी सेक्टर एक से 16 तक में विशेष अभियान चलाया। इन क्षेत्रों में 300 घरों की जांच की गई। इसमें 50 भवन स्वामियों को नोटिस जारी किए गए। भवन स्वामियों के यहां कूलर के पानी में लार्वा मिला था। जिस पर टीम ने एंटी लार्वा का छिड़काव किया।

फागिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव

डीएम प्रभु एन सिंह का कहना है कि शहरी और देहात क्षेत्र में फागिंग और एंटी लार्वा के छिड़काव के लिए कहा गया है।

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