छह महीने से गन्ना किसानों को भुगतान का है इंतजार, विशेष आदेश पर हुई थी व्यवस्था
मई में बुलंदशहर मिल को बेचा था किसानों ने गन्ना। 201 गन्ना किसानों का अनुमोदन भी कृषि विभाग ने किया था जिसमें से दर्जनों किसानों ने गन्ना बेचा था। किसानों को भुगतान कराने के लिए निरंतर प्रयास किया जा रहा है।
आगरा, जागरण संवाददाता। लॉकडाउन के कारण गन्ना किसानों की फसल को बाजार नहीं मिला था। ऐसे में विशेष आदेश के तहत बुलंदशहर के साबितगढ़ स्थित चीनी मिल को गन्ना बेचने की व्यवस्था की गई थी। 201 गन्ना किसानों का अनुमोदन भी कृषि विभाग ने किया था, जिसमें से दर्जनों किसानों ने गन्ना बेचा था, लेकिन वे अपनी फसल के भुगतान के लिए भटक रहे हैं।
गन्ना किसान महाराज सिंह ने बताया की पांच बीघा में गन्ना उत्पादन करते हैं। आस-पास कोई चीनी मिल नहीं है, इसलिए फसल को स्थानीय बाजार में जूस ठेल और पड़ोसी क्षेत्र में कोल्हू के लिए बेचा जाता था। जूस ठेल पर गन्ना की बड़ी खपत होती थी, इसलिए बाहर बेचने की आवश्यकता ही नहीं हुई। लॉकडाउन के कारण बाजार बंद हो गया था, जिससे गन्ना बर्बाद हो रहा था। बुलंदशहर मिल को मई में गन्ना बेचा गया, लेकिन अभी तक भुगतान नहीं हुआ है। किसान सुरेश ने बताया कि पड़ोसी राज्य में गन्ना बेचने, कोल्हू और बुलदंशहर मिल तीन जगह गन्ना बेचने का विकल्प जिला प्रशासन द्वारा दिया गया था। बुलंदशहर मिल के लिए गन्ना अपने संसाधन से भेजा था। भुगतान अभी तक नहीं हुआ है। जिला कृषि अधिकारी डॉ. रामप्रवेश ने बताया कि चीनी मिल से वार्ता की गई है। जिस क्रम में मिल द्वारा गन्ना क्रय किया जाता है, उसी क्रम में भुगतान होता है। आगरा के किसानों से गन्ना खरीद विशेष आदेश के क्रम में की गई थी, जो अंत में हुई थी। किसानों को भुगतान कराने के लिए निरंतर प्रयास किया जा रहा है।