School in Agra: न स्कूल, न आनलाइन कक्षा और न किताबें, संकट में पढ़ाई, जानिए आगरा के परिषदीय विद्यालयों का हाल

School in Agra परिषदीय विद्यालयों के विद्यार्थियों का आजकल है कुछ यही हाल। नया सत्र शुरू होने से पहले ही बंद हुए विद्यालय अब तक किताबों का नहीं कोई पता। जिले के परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले दो लाख 34 हजार से ज्यादा विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित है।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 12:36 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 12:36 PM (IST)
School in Agra: न स्कूल, न आनलाइन कक्षा और न किताबें, संकट में पढ़ाई, जानिए आगरा के परिषदीय विद्यालयों का हाल
नया सत्र शुरू होने से पहले ही बंद हुए विद्यालय। प्रतीकात्मक फोटो

आगरा, जागरण संवाददाता। बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण जिले के परिषदीय विद्यालय 20 मई तक बंद हैं, लाकडाउन भी 24 मई तक रहेगा। ऐसे में 24 मार्च से बंद चल रहे जिले के परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले दो लाख 34 हजार से ज्यादा विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित है। अब तक उन्हें न उन्हें कापी-किताब मिलीं और न ही आनलाइन पढ़ाई को लेकर कोई तैयारी शुरू हुई। ऐसे में विद्यार्थियों की पढ़ाई इस साल भी पटरी पर लौटेगी, ऐसा नहीं लगता। इससे विद्यार्थियों का हौसला भी टूटता सा नजर आ रहा है।

पिछले वर्ष विद्यालय लाकडाउन के बाद से लगातार बंद रहे, इस वर्ष एक मार्च को खुले, लेकिन 24 मार्च से उन्हें दोबारा बंद कर दिया गया। इससे विद्यार्थियों का भविष्य अधर में लटका नजर आ रहा है। स्थिति यह है कि अब तक बेसिक शिक्षाधिकारियों तक को नहीं पता, कि किताब-कापियां कब तक आएंगी। जबकि पहले अमूमन हर वर्ष अप्रैल में परिषदीय विद्यालयों में नया सत्र शुरू हो जाता था। इस बार तैयारी थी कि विद्यार्थी पहले दिन नई किताब-कापी के साथ विद्यालय आएं, लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण सत्र शुरू होने से पहले ही विद्यालयों के गेट पर ताला लटक गया। अन्य काम भी लटक गए, इसलिए कापी-किताबों को लेकर विभागीय अधिकारी व शिक्षक भी असमंजस में हैं कि अभी आनलाइन कक्षाएं बंद हैं, लेकिन यदि उसकी अनुमति मिल गई, तो बिना किताब वह विद्यार्थियों को कैसे पढ़ाएंगे।

पिछले साल सितंबर में मिली किताबें

कोरोना संक्रमण के कारण पिछले साल विद्यालयों में आनलाइन, वाट्सएप ग्रुप और दूरदर्शन चैनल के माध्यम से कक्षाएं चलाने के निर्देश थे। कुछ जगह कक्षाएं चली भीं, लेकिन संसाधन की कमी के कारण आधे से भी कम विद्यार्थी ही आनलाइन कक्षाओं का लाभ ले पाए। सभी को आधे-अधूरे ज्ञान के सहारे अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया गया। जैसे-तैसे कक्षाएं एक महीने के शुरू भी हुईं, तो उस पर दोबारा संक्रमण का साया पड़ गया।

फिलहाल नहीं कोई सूचना

जिला बेसिक शिक्षाधिकारी राजीव कुमार यादव का कहना है कि कोरोना संक्रमण के कारण परिषदीय विद्यालय बंद हैं। आनलाइन कक्षाएं भी स्थगित रखने के आदेश हैं। ऐसे में किताबों को लेकर फिलहाल कोई आधिकारिक सूचना नहीं। किताबें आते ही, उन्हें शिक्षकों के माध्यम से वितरित करा दिया जाएगा। 

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