विश्वविद्यालय में कोरोना को हल्के में ले रहे छात्र-शिक्षक

बिना मास्क के ही घूम रहे छात्र शिक्षक और कर्मचारी सैनिटाइजेशन टनल हुई खराब नहीं दिखाई दे रही सख्ती

By JagranEdited By: Publish:Thu, 04 Mar 2021 06:18 PM (IST) Updated:Thu, 04 Mar 2021 06:18 PM (IST)
विश्वविद्यालय में कोरोना को हल्के में ले रहे छात्र-शिक्षक
विश्वविद्यालय में कोरोना को हल्के में ले रहे छात्र-शिक्षक

आगरा, जागरण संवाददाता। डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में कोरोना को हल्के में लिया जा रहा है। पालीवाल पार्क परिसर में घूमते छात्र, कर्मचारी और शिक्षकों को देखकर तो ऐसा ही लगता है। चुनिदा चेहरों पर मास्क दिखाई देता है और सैनिटाइजेशन टनल खराब पड़ी हैं। सख्ती के बाद भी हालातों में कोई सुधार नहीं आ रहा है। इससे कोरोना का खतरा बढ़ गया है।

अनलाक के बाद विश्वविद्यालय में कोरोना ने अपना झपट्टा मारा था और नौ कर्मचारी पाजीटिव हुए थे। इनमें से दो की मौत भी हो गई थी। संक्रमण के कारण डेढ़ महीने से ज्यादा समय तक विश्वविद्यालय में छात्रों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी। तीनों गेटों पर सैनिटाइजेशन टनल लगाई गई थी। प्रत्येक को मास्क और सैनिटाइजर का इस्तेमाल अनिवार्य कर दिया गया था। इसके लिए परिसर में पोस्टर भी चस्पा कर दिए गए थे। धीरे-धीरे छात्रों को राहत देते हुए प्रवेश खोला गया। वहीं अब राहत को छात्रों, कर्मचारियों और शिक्षकों ने मजाक समझ लिया है। विभागों में चुनिदा कर्मचारी ही मास्क लगाकर काम करते हैं। बहुत कम शिक्षक मास्क लगाते हैं। यही हाल छात्रों का भी है। हर विभाग में बिना मास्क के छात्रों की भीड़ देखी जा सकती है। यह स्थिति तब है जब, प्रशासन लगातार सभी को मास्क लगाने के लिए अपील कर रहा है। बिना मास्क वालों के चालान काटे जा रहे हैं। इस बारे में चीफ प्रोक्टर प्रो. मनोज श्रीवास्तव का कहना है कि बिना मास्क के आने वालों को एंट्री नहीं मिलेगी। स्वास्थ्य विभाग को भी पत्र लिखा जा रहा है कि विश्वविद्यालय परिसर में सभी को वैक्सीन लगाई जाए।

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