Campus front of India Case: पीएफआइ कमांडर व साथी से लखनऊ जेल एसटीएफ करेगी पूछताछ
Campus front of India Case केए राऊफ और सिद्दीकी कप्पन से बरामद किए थे आपत्तिजनक दस्तावेज। आडियो की आवाज और हैंडराइटिंग की भी कराई जाएगी विशेषज्ञों से जांच। एसटीएफ ने 16 फरवरी को दोनों को लखनऊ में गिरफ्तार किया था।
आगरा, जेएनएन। देश-प्रदेश को दहलाने की साजिश में लखनऊ में गिरफ्तार किए गए पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआइ) कमांडर केरल निवासी अंसद बदरुद्दीन और साथी फिरोजखान से एसटीएफ नोएडा बुधवार को लखनऊ जेल में पूछताछ करेगी। एसटीएफ ने 16 फरवरी को दोनों को लखनऊ में गिरफ्तार किया था। मथुरा जेल में बंद पीएफआइ की स्टूडेंट विंग कैंपस फ्रंट आफ इंडिया (सीएफआइ) के राष्ट्रीय महासचिव केए राऊफ शरीफ और सिद्दीकी कप्पन के भी दोनों से ताल्लुकात होने की आशंका है। इसकी पुष्टि करने के लिए सिद्धीकी कप्पन और केए राऊफ शरीफ के मोबाइल में मिली आडियो रिकार्डिंग की आवाज और कुछ हस्तलिखित दस्तावेजों की लिखावट की भी विशेषज्ञों से जांच कराई जाएगी।
मंगलवार को एसटीएफ ने अदालत से पूछताछ की अनुमति ली। थाना मांट पुलिस ने 5 अक्टूबर 2020 को यमुना एक्सप्रेस वे मांट टोल प्लाजा से हाथरस जाते समय पीएफआइ के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अतीकुर्ररहमान, सीएफआइ के महासचिव मसूद अहमद, कथित पत्रकार सिद्दीकी कप्पन और मुहम्मद आलम को गिरफ्तार किया था। इस मामले में एसटीएफ नोएडा को 6 अप्रैल से पहले एडीजे प्रथम अनिल कुमार पांडेय की अदालत में आरोप पत्र दाखिल करना है। इसी मामले में केरल से बीते 12 फरवरी को एसटीएफ ने सीएफआइ के राष्ट्रीय महासचिव केए राऊफ शरीफ को गिरफ्तर किया था। बाद में रिमांड पर हुई पूछताछ में राऊफ शरीफ से एसटीएफ नोएडा को संदिग्ध दस्तावेज हाथ लगे।
उधर, 16 फरवरी को एसटीएफ ने लखनऊ में देश-प्रदेश को दहलाने की साजिश के आरोप में केरल निवासी पीएफआइ कमांडर अंसद बदरुद्दीन और केरल के ही निवासी फिरोजखान को गिरफ्तार किया था। एसटीएफ को शक है कि सिद्दीकी कप्पन, केए राऊफ शरीफ, अंसद बदरुद्दीन और फिरोजखान के बीच कहीं न कहीं ताल्लुकात हैं। इसकी पुष्टि करने के लिए एसटीएफ नोएडा के डिप्टी एसपी विनोद सिरोही ने मंगलवार को एडीजे प्रथम अनिल कुमार पांडेय की अदालत में अलग-अलग दो प्रार्थना पत्र दिए। एक में लखनऊ में गिरफ्तार किए गए अंसद बदरुद्दीन और फिरोजखान से पूछताछ करने और दूसरे में सिद्दीकी कप्पन के हस्तलिखित पत्रों की लिखावट और आडियो में रिकार्ड आवाज की विशेषज्ञों से जांच करने की मांग की। ये केए राऊफ शरीफ ने रिमांड के दौरान अपनी निशानदेही पर बरामद कराए थे। जिला शासकीय अधिवक्ता शिवराम सिंह ने बताया, अदालत ने अंसद बदरुद्दीन और फिरोजखान से लखनऊ जेल में पूछताछ कर बयान दर्ज करने के आदेश दिए हैं। एसटीएफ ने बताया, बुधवार को लखनऊ जेल जाकर टीम दोनों से पूछताछ करेगी। इधर, अदालत ने हस्तलिखित पत्रों की लिखावट और आडियो में रिकार्ड आवाज की विशेषज्ञों से जांच कराने के लिए अदालत ने चार मार्च को सिद्दीकी कप्पन काे तलब किया है।
वीसी से हुई पेशी
एडीजे प्रथम की अदालत में मंगलवार को केए राऊफ शरीफ की वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से पेशी हुई। अब अगली सुनवाई 31 मार्च को होगी।