ताजनगरी की धरती पर खेल की नर्सरी, लहलहाते पौधे, निखरती प्रतिभाएं Agra News

एकलव्‍य स्‍टेडियम में बिना कोच के भी दर्जनों बच्‍चे पहुंच रहे प्रैक्टिस को। स्‍टेडियम ने दिए हैं कई इंटरनेशनल खिलाड़ी।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Sat, 15 Jun 2019 04:55 PM (IST) Updated:Sat, 15 Jun 2019 04:55 PM (IST)
ताजनगरी की धरती पर खेल की नर्सरी, लहलहाते पौधे, निखरती प्रतिभाएं Agra News
ताजनगरी की धरती पर खेल की नर्सरी, लहलहाते पौधे, निखरती प्रतिभाएं Agra News

आगरा, एलएस बघेल। खेल की नर्सरी यानी कि एकलव्य स्पोटर्स स्टेडियम में इन दिनों खेलकूद की फसल खूब लहलहा रही है। 20 मई को जैसे ही बच्चों के स्कूल बंद होते हैं। अभिभावक उन्हें लेकर इस खेल की नर्सरी में पहुंच जाते हैं। आलम यह है कि इन दिनों खेलकूद का मैदान बच्चों से भरा हुआ है। कहने को तो इन दिनों वहां कई खेलों के प्रशिक्षक नहीं हैं, फिर भी बच्चे एकलव्य की तरह अपने अभ्यास में लगे रहते हैं।

खेल चाहे क्रिकेट हो या जिमनास्टिक अथवा फुटबाल या हाकी। सभी में इन दिनों नन्हे-मुन्नों की भीड़ सुबह पांच बजे से ही बढ़ जाती है। कुछ बच्चे और बच्चियों को लेकर तो उनके अभिभावक भी पहुंच जाते हैं। इन दिनों एकलव्य स्टेडियम के तरणताल की रौनक भी देखते ही बनती है। सैकड़ों बच्चे और बड़े सुबह-शाम तैराकी का हुनर सीखते हैं। हालांकि फिलहाल कुछ दिन के लिए तरणताल का पानी खराब हो जाने के बाद बंद कर दिया गया है, जिसे जल्द ही फिर से भरकर चालू कर दिया जाएगा। बात इस बगिया में खिले फूलों की करें तो फेहरिस्त बड़ी लंबी है। इनमें ओलंपियन जगबीर सिंह से लेकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर हेमलता काला, प्रीति डिमरी से लेकर मुक्केबाज मनीष राठौर और जिमनास्ट प्रणव मिश्रा, फुटबालर अभय कुमार समेत तमाम खिलाड़ी शामिल हैं। इनको यहां की पौध कह सकते हैं।

पहले बात हम बच्चों की नर्सरी यानी कि जिमनास्टिक की करते हैं। इसे किसी भी बच्चे के लिए फाउंडेशन गेम भी कहा जाता है। इस खेल के लिए आगरा में प्रदेश का बेहतरीन हॉल है। आधुनिकतम उपकरण मौजूद हैं। प्रशिक्षण के लिए तीन कोच यहां राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के हैं। राममिलन और अरविंद यादव अंतरराष्ट्रीय स्तर के कोच हैं। इनके अलावा सविता श्रीवास्तव राष्ट्रीय स्तर की जिमनास्टिक प्रशिक्षक हैं। वैसे तो यहां भारतीय जिमनास्टिक टीम भी प्रशिक्षण ले चुकी है। मौजूदा समय में सब-जूनियर नेशनल चैंपियन प्रणव मिश्रा, प्रणव कुशवाह सहित खेलो इंडिया के जूनियर नेशनल चैंपियन जतिन कुमार प्रशिक्षण ले रहे हैं।

एकलव्य स्टेडियम के एथलीट भी देश भर में नाम कमा रहे हैं। संविदा कोच अल्पेश गुर्जर की प्रशिक्षु मनीषा कुशवाह जूनियर नेशनल में रजत पदक जीत चुकी है। इसके अलावा खेलो इंडिया में कांस्य पदक जीत चुकी है।

पावरलिफ्टिंग में अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षक हरदीप सिंह हीरा के प्रशिक्षु राष्ट्रीय के साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी खूब नाम कमा रहे हैं। इनके प्रशिक्षु मोमीन खान ने इसी साल दुबई में एशियन चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता तो नम्रता गौतम और मोहिनी कश्यप ने जापान में भारतीय परचम लहराया। फुटबाल में कोच एसएस चौहान के प्रशिक्षुओं में अक्षय कुमार ने संतोष ट्राफी खेली है। उर्वशी सिकरवार, सेवी यादव, अंजलि, साफी, श्रुति जादौन आदि खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर खेल रहे हैं। इनके अलावा बालक और बालिका क्रिकेट में इन दिनों कोच न होने के बावजूद नवोदित खिलाड़ी सुबह और शाम पसीना बहा रहे हैं। हाकी खिलाडिय़ों के लिए करोड़ों का एस्ट्रोटर्फ यहां बिछा है। वहीं फिजिकल फिटनेस के लिए आधुनिकतम जिम्नेजियम बन गया है। अन्य खेलों में भी यहां के खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शहर का नाम रोशन कर रहे हैं।

टैक्सी चालक का बेटा है उभरता बाक्सर

टैक्सी चालक तुलाराम का बेटा मनीष राठौर आगरा का उभरता हुआ बाक्सर बन गया है। गरीब घर से होने के बावजूद यह बच्चा राष्ट्रीय स्तर पर नाम कमा रहा है। प्रशिक्षक राहुल सिंह ने बताया कि पिछले साल वह नेशनल चैंपियन रहा है। अभी भी रुद्रपुर नेशनल बाक्सिंग में खेल रहा है। 

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