बरहन में भाषण तक ही सीमित रह गया खेल का मैदान
मैदान के लिए जमीन का निरीक्षण तो हुआ पर बना नहीं मैदान न बनने से कस्बावासी हो रहे मायूस
जागरण टीम, आगरा। बरहन में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। पर खेल-कूद के मैदान न होने के कारण युवा ठीक से तैयारी नहीं कर पाते हैं।
आगरा के पूर्व सांसद डा. रामशंकर कठेरिया ने भी कहा कि खेलकूद की प्रतिभाओं को निखारने के लिए यहां खेलकूद मैदान का निर्माण कराया जाएगा, लेकिन यह भी केवल भाषण तक ही सीमित रह गया। आजतक खेल का मैदान का सपना पूरा होता दिखाई नहीं दे रहा है। तहसील स्तरीय अधिकारियों द्वारा जगह खेड़ी पंचायत में जमीन बताई गई। तीन बार अधिकारियों ने निरीक्षण भी किया, लेकिन आज तक कहीं कुछ होता दिखाई नहीं दे रहा है। खेल मैदान ना होने से खेल प्रेमियों में मायूसी छाई हुई है। लेखपाल रामेश्वर सिंह का कहना है कि एक वर्ष पूर्व उनके चार्ज लेने से पहले खेल कूद मैदान का प्रस्ताव लखनऊ भेज दिया गया है। लखनऊ से अभी कोई आदेश नहीं आया है। पूर्व विधायक डा. धर्मपाल सिंह का कहना है विधानसभा चुनाव के बाद सबसे पहले बरहन में मैदान का निर्माण कराया जाएगा। सासद के जाते ही लटक गया प्रस्ताव
तत्कालीन सासद डा. रामशकर कठेरिया पूर्व में आगरा लोकसभा से सासद थे। उनके इटावा चुनाव जीतने के बाद बरहन में खेल मैदान निर्माण का प्रस्ताव ठंडे बस्ते में चला गया। अभी पंजाब में क्रिकेट खेलता और सीखता हूं। गाव आने पर खेल मैदान न होने के कारण प्रैक्टिस करने में दिक्कत होती है।
जीतू कुमार सासद ने खेलकूद मैदान बनवाने की घोषणा की थी, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ।
विकास शर्मा सभी युवा अलग-अलग खेल में रुचि रखते है लेकिन मैदान ना होने की वजह उनकी प्रतिभा दबी रह जाती हैं।
केके वर्मा कई बार अधिकारी मैदान के लिए जमीन देखने के लिए गांव तो आए, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ।
मनीष ठाकुर