आगरा में एकलव्य को मिला द्रोण का सानिध्य, अभ्यास कर सकेंगे खिलाड़ी

एकलव्य स्पोर्ट्स स्टेडियम खुलने के साढ़े तीन माह बाद हुई कोचों की तैनाती। कोच की तैनाती नहीं होने से परेशान थे खिलाड़ी। कोरोना वायरस के संक्रमण काल में ढाई माह की बंदी के बाद जुलाई में खुला था स्टेडियम।

By Nirlosh KumarEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 02:43 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 02:43 PM (IST)
आगरा में एकलव्य को मिला द्रोण का सानिध्य, अभ्यास कर सकेंगे खिलाड़ी
स्टेडियम में मानदेय पर आठ कोचों को तैनात किया है।

आगरा, जागरण संवाददाता। ताजनगरी में एकलव्य को "द्रोण' का सानिध्य प्राप्त हो गया है। अब खिलाड़ी यहां कोच के मार्गदर्शन में अभ्यास कर सकेंगे। एकलव्य स्पोर्ट्स स्टेडियम में आठ नए कोचों की तैनाती हुई है। साढ़े तीन माह से अधिक समय से कोच के अभाव में प्रशिक्षण न मिलने से परेशान खिलाड़ियों को इससे राहत मिलेगी। हालांकि, कुछ खेलों में अभी भी कोच की तैनाती नहीं हो सकी है।

कोरोना वायरस के संक्रमण की दूसरी लहर में एकलव्य स्पोर्ट्स स्टेडियम 19 अप्रैल से चार जुलाई तक बंद रहा था। पांच जुलाई को स्टेडियम खुला था। यहां तीन खेलों टेबल टेनिस, जिमनास्टिक, एथलेटिक्स के ही कोच थे। टेबल टेनिस व जिमनास्टिक में स्थायी और एथलेटिक्स में मानदेय कोच है। अन्य खेलों में प्रशिक्षकों के अभाव में खिलाड़ी अभ्यास नहीं कर पा रहे थे। क्षेत्रीय क्रीड़ा कार्यालय ने इससे खेल निदेशालय, लखनऊ को अवगत कराया था। निदेशालय ने इसके बाद स्टेडियम में मानदेय पर आठ कोचों को तैनात किया है। बास्केट बाल कोच मनीष कुमार वर्मा, हाकी कोच मो. खलील, मुक्केबाजी कोच धर्मेंद्र सिंह, क्रिकेट कोच निशांत खरे, कबड्डी कोच शशिप्रभा, कुश्ती कोच पुष्पेंद्र सिंह, फुटबाल कोच योगेश वर्मा, वालीबाल कोच नवल किशोर दत्ता को स्टेडियम में तैनाती मिली है। वहीं, मथुरा स्टेडियम में जूडो कोच सागर उपाध्याय को तैनात किया गया है।

क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी सुनीलचंद्र जोशी ने बताया कि अंशकालिक प्रशिक्षकों को एक नवंबर को उपस्थिति दर्ज करानी होगी। उन्हें चिकित्सा प्रमाण-पत्र, दो अधिकारियों द्वारा जारी चरित्र प्रमाण पत्र व शपथ पत्र साथ लाना होगा।

इन खेलों में नहीं हैं कोच

स्टेडियम को आठ नए कोच जरूर मिल गए हैं, लेकिन अभी भी कई खेल ऐसे हैं, जिनमें कोचों की तैनाती नहीं हो सकी है। लान टेनिस, जूडो, बैडमिंटन, तलवारबाजी के कोचों की तैनाती नहीं हो सकी है। शूटिंग में जिला खेलकूद एवं प्रोत्साहन समिति के माध्यम से कोच तैनात है। जिम ट्रेनर हरदीप सिंह हीरा पावरलिफ्टिंग के कोच की जिम्मेदारी भी निभा रहे हैं।

पिछले सत्र में नहीं हुई थी तैनाती

कोरोना वायरस के संक्रमण की पहली लहर में मार्च, 2020 में स्टेडियम बंद हो गया था। छह माह से अधिक समय तक बंद रहने के बाद स्टेडियम नवंबर में खुला था। पिछले सत्र में स्टेडियम में कोचों की तैनाती नहीं हो सकी थी।

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