पूर्व मंत्री रामवीर के बेटे ने थामा कमल, लखनऊ में ली भाजपा की सदस्यता
लखनऊ में प्रदेशाध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने दिलाई पार्टी की सदस्यता। गत महीने ब्रजक्षेत्र कार्यालय पर पहुंचे थे सदस्यता लेने होना पड़ा था बैरंग। लंबे समय से चिराग उपाध्याय के भगवा में शामिल होने की अटकलें चल रही थी।
आगरा, जागरण संवाददाता। कभी बसपा सुप्रीमों मायावती के नजदीकी कहे जाने वाले पूर्व मंत्री एवं सादाबाद विधायक रामवीर उपाध्याय के बेटे चिराग उपाध्याय ने गुरुवार को लखनऊ में भाजपा की सदस्यता ले ली है। प्रदेशाध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने उन्हें पुष्प गुच्छ देकर और पट्का पहनकार पार्टी में सम्मिलित कराया है। लंबे समय से चिराग के भगवा होने की अटकलें चल रही थी। 23 अगस्त को वे सोशल मीडिया पर कमल थामने की घोषणा कर आगरा स्थित ब्रजक्षेत्र कार्यालय पहुंचे थे, लेकिन बैरंग होना पड़ा था। सूबे में ब्राह्मणों को लेकर चल रही रस्साकसी के समय जहां ब्राह्मणों का बड़ा चेहरा कहे जाने वाले पूर्व मंत्री के बेटे को पार्टी में जोड़ भाजपा प्रदेश कार्यालय से संदेश देना चाहती थी।
बसपा से निलंबित चल रहे पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय को लेकर कई बार अटकले हुई की वे नीले खेमे का दामन छोड़ रहे हैं, लेकिन ये हर बार अटकलें ही निकली। सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार के गठन के बाद एक बार उनके साथ फाेटो भी वायरल हो गया था। इसके बाद लंबे समय मामला शांत रहा लेकिन 22 अगस्त को रामवीर उपाध्याय की सीएम से मुलाकात और सोशल मीडिया पर उसकी पुष्टि से फिर अटकले तेज हो गई थीं। उसके दूसरे दिन बेटा चिराग काफिले के साथ ब्रजक्षेत्र कार्यालय पहुंचा, लेकिन भाजपा ने उसे सदस्यता नहीं दिलाई। दो से तीन घंटे ब्रजक्षेत्र कार्यालय पर बिताने के बाद उन्हें बैरंग होना पड़ा था। इसके बाद फिर मामला शांत हो गया था, लेकिन प्रयास जारी थे। पूर्व मंत्री राजनीतिक कारणों से स्वयं आगे नहीं आ रहे हैं, लेकिन पुत्र के सहारे रास्ते मजबूत करने का प्रयास है। गत विधानसभा चुनाव से सादाबाद क्षेत्र में अधिक सक्रिय हुए चिराग ने फतेहपुर सीकरी क्षेत्र में भी मां पूर्व सांसद सीमा उपाध्याय के लिए काफी पसीना बहाया है। भाजपा में वह अपना प्रवेश तो बिना शर्त बता रहे हैं, लेकिन ये दोनों विधानसभा क्षेत्र सामान्य श्रेणी में आते हैं। भाजपा प्रदेश महामंत्री एवं ब्रजक्षेत्र प्रभारी गोविंद नारायण शुक्ला ने बताया कि चिराग ने संगठन में आस्था जताई है, उन्हें सदस्यता दिलाई गई है।