आखिर ये कैसा बुखार, आगरा और अलीगढ़ मंडल में अब तक 944 मरीज तोड़ चुके दम
आगरा और अलीगढ़ मंडल में बुखार तो बिगड़ गया है। 24 घंटे के दौरान आठों जिलों में 34 मरीजों की जिंदगी खत्म हो गई। इन जिलों में बुखार से मरने वालों की संख्या 944 पहुंच गई। चिंता की बात ये भी है कि मृतकों में 426 बच्चे शामिल हैं।
आगरा, जेएनएन। सिर्फ बुखार चढ़ता तो इलाज के बाद दो-चार दिन में उतर जाता मगर, आगरा और अलीगढ़ मंडल में ये बुखार तो बिगड़ गया है। रविवार को ही 24 घंटे के दौरान आठों जिलों में 34 मरीजों की जिंदगी खत्म हो गई। इन जिलों में बुखार से मरने वालों की संख्या 944 पहुंच गई। चिंता की बात ये भी है कि मृतकों में 426 बच्चे शामिल हैं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग का आधिकारिक आंकड़ा इससे काफी कम है।
प्राइवेट चिकित्सक डेंगू का प्रकोप बता रहे हैं, जबकि स्वास्थ्य विभाग इसे मानने को तैयार ही नहीं है। बुखार से मरने वालों के आंकड़े डेथ आडिट के बहाने अपने तरह से गिना रहा है। मुहल्ले-बस्ती से लेकर गांव-देहात तक मरीजों की लाइन लगी है, इससे इतर, बुखार का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। कोई अस्पताल में दम तोड़ रहा है तो किसी की सांस अस्पताल के रास्ते में ही टूट रही है।
रविवार को दो माह से बीमारी की चपेट में रहे फिरोजाबाद में बालिका और महिला की मौत हो गई। जिले में मौत का आंकड़ा 252 पहुंच गया। एटा में आठ और हाथरस में छह मरीजों की मौत हो गई। आगरा व अलीगढ़ में भी छह-छह मरीजों ने दम तोड़ा है। मैनपुरी और मथुरा में तीन-तीन की मौत हुई है। कासगंज जिले में रविवार को एक मरीज की मौत हो गई।
944 रोगियों की आठ जिलों में हो चुकी बुखार से मौत, जबकि सरकारी आंकड़ा सिर्फ 153