आगरा नगर निगम में हर माह छह करोड़ खर्च, फिर भी सीवर और गंदगी के दाग

सीवर समस्या और सफाई को लेकर बुलाए गए सदन में हुआ हंगामा सीवर सफाई पर साढ़े तीन करोड़ और स्वच्छता पर खर्च होते हैं 2.56 करोड़ रुपये। वबाग कंपनी के अफसरों को कार्यशैली में सुधार की दो माह की मोहलत सप्ताहभर में प्रस्तुत करनी होगी कार्य योजना।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 09:57 AM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 09:57 AM (IST)
आगरा नगर निगम में हर माह छह करोड़ खर्च, फिर भी सीवर और गंदगी के दाग
आगरा नगर निगम में भ्रष्‍टाचार पर पार्षदों ने हंगामा किया।

आगरा, जागरण संवाददाता। सीवर समस्या हो या फिर सफाई व्यवस्था। दोनों में भ्रष्टाचार हो रहा है। सीवर समस्या से निजात दिलाने के लिए नगर निगम प्रशासन हर माह साढ़े तीन करोड़ रुपये खर्च और सफाई व्यवस्था में 2.56 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं। छह करोड़ रुपये हर माह खर्च होने के बाद भी शहर को न तो सीवर और न ही गंदगी से निजात मिली है। शुक्रवार को बुलाए गए विशेष सदन में पार्षदों ने जमकर हंगामा किया। वबाग कंपनी का अनुबंध रद करने की मांग की जबकि सफाई व्यवस्था में लापरवाही बरतने वाले जोनल और सेनेटरी इंस्पेक्टरों पर सख्त कार्रवाई पर जोर दिया। मेयर नवीन जैन के आदेश पर वबाग कंपनी के अफसरों को दो माह के भीतर कार्यशैली में सुधार और सात दिनों के भीतर कार्य योजना प्रस्तुत करने की मोहलत दी गई। शिकायतों का 24 घंटे के भीतर निस्तारण करने के लिए कहा गया। दिसंबर 2019 में नगर निगम और वबाग कंपनी के बीच सीवर सफाई को लेकर अनुबंध हुआ था। जनवरी 2020 में कंपनी ने सीवर सफाई शुरू की। छह माह तक सफाई बेहतर तरीके से हुई फिर लाइनों की सफाई में लापरवाही बरतना शुरू कर दिया। चार माह से व्यवस्था चौपट हो गई है। तीसरे पहर तीन बजे से नगर निगम का विशेष सदन शुक्रवार को शुरू हुआ। सबसे पहले सीवर समस्या पर चर्चा शुरू हुई। तीसरे पहर साढ़े चार बजे सदन को स्थगित कर दिया गया। साढ़े पांच बजे से सदन फिर से शुरू हुआ जो रात दस बजे तक चला। चार साल में पहली बार सात घंटे तक सदन चला। मेयर नवीन जैन, नगरायुक्त निखिल टीकाराम, जल संस्थान के महाप्रबंधक आरएस यादव, अपर नगरायुक्त सुरेंद यादव और विनोद कुमार मौजूद रहे।

कर्मयोगी एंक्लेव में लोग मकान बेचने को मजबूर

पार्षद रवि शर्मा ने कहा कि आठ माह से कर्मयोगी एंक्लेव कमला नगर और नटराजपुरम में सीवर समस्या से डेढ़ दर्जन से घरों के लोग परेशान हैं। कर्मयोगी एंक्लेव में लोगों ने मकान बेचने तक की बात कही है। वबाग कंपनी द्वारा सीवर लाइन की सफाई नहीं कराई जा रही है।

तालाब में पहुंच रहा गंदा पानी, करो चालान

पार्षद अजय कुमार ने कहा कि नगला परसोती स्थित तालाब में गंदा पानी पहुंच रहा है। इससे मच्छरों का प्रकोप है। कूलर का पानी न बदलने पर निगम प्रशासन लोगों का चालान कर रहा है जबकि गंदे पानी की निकासी के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है।

वबाग नहीं बवाल कंपनी कहिए

पार्षद अनुराग चौधरी ने कहा कि वबाग कंपनी को हर साल 43 करोड़ रुपये भुगतान किया जा रहा है जबकि दो साल पूर्व जल संस्थान को महज 28 करोड़ रुपये का भुगतान होता था। वबाग से कहीं अच्छी तरीके से जल संस्थान द्वारा सीवर सफाई की जा रही थी। वबाग कंपनी शहर के लिए बवाल कंपनी बन गई है।

नहीं उठता है फोन

पार्षद राहुल चौधरी ने कहा कि वबाग कंपनी के अफसर फोन नहीं उठाते हैं। बालाजीपुरम में छह माह पूर्व सीवर लाइन बिछाई गई थी लेकिन आज तक रोड की मरम्मत नहीं की गई है।

डीएम साहब से चाबी देने से किया मना

पार्षद राजेंद्र माहौर ने कहा कि मोहनपुरा के पास सीवर उफान मार रहा है। उन्होंने खुद डीएम को फोन कर परिसर की चाबी मांगी जिससे मैनहोल की सफाई कराई जा सके लेकिन डीएम साहब ने बार-बार चाबी देने से मना कर दिया।

सिर्फ पांच स्थलों की मरम्मत

पार्षद सुभाष भिलावली ने कहा कि वबाग कंपनी की टीम ने 22 स्थलों पर खोदाई की जिसमें पांच स्थलों को समतल किया गया। बाकी स्थलों को यूं ही छोड़ दिया गया।

बसपा पार्षदों ने की नारेबाजी

राजनगर के पार्षद बंटी माहौर के समर्थन में सदन कक्ष के बाहर बसपा पार्षदों ने नारेबाजी की। बंटी माहौर ने वबाग कंपनी द्वारा शुरुआत में ठीक से कार्य करने की तारीफ की। बंटी मेज पर चढ़ गए। इस पर मेयर ने मेज से उतरने और अनुशासनहीनता में कार्रवाई की बात कही। बंटी ने सदन का बहिष्कार किया। बंटी के पीछे-पीछे बसपा के अन्य पार्षद भी सदन से बाहर चले गए।

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