दुष्कर्म कांड: एसआइटी ने शुरू की जांच, पीडि़ता के बयान के बाद सामने आएगा पूरा मामला
पिनाहट में किशोरी से दुष्कर्म मामले में सीओ के नेतृत्व एसआइटी गठित। पूर्व मंत्री और विधायक के सामने आरोपितों द्वारा मारपीट का
आगरा, जागरण संवाददाता। पिनाहट के एक गांव में पूर्व मंत्री और विधायक की मौजूदगी में आरोपितों द्वारा दुष्कर्म पीड़िता के स्वजनों पर हमले की जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (एसआइटी) गठित की गयी है। इसमें सीओ के अलावा महिला थाना प्रभारी समेत तीन इंस्पेक्टर हैं। रविवार को एसआइटी ने दुष्कर्म पीड़िता के बयान दर्ज किए। वही पीड़िता और उसके परिवार की सुरक्षा के लिए गांव में पुलिस एवं पीएसी तैनात है। एसआइटी में सीओ फतेहाबाद प्रभात कुमार के नेतृत्व में इंस्पेक्टर महिला थाना, डौकी, बसई अरेला पूरे केस की जांच कर रहे हैं।
पिनाहट के एक गांव में 18 मई को 15 वर्षीय किशोरी के साथ दुष्कर्म किया गया। पीड़िता के स्वजनाे द्वारा मुकदमा दर्ज कराने पर पुलिस ने नामजद एक आरोपित को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया।मुकदमे में तीन अज्ञात भी शामिल थे। जांच में उनका नाम सामने आया तो वह पीड़िता और उसके परिवार पर राजीनामा करने का दबाव बनाने लगे। स्वजनाें का आरोप है कि 20 मई काे पूर्व मंत्री अरिदमन सिंह और बाह विधायक पक्षालिका सिंह उनके घर पहुंचे। उनकी मौजूदगी में आरोपितों ने राजीनामा करने का दबाव बनाया। मना करने पर पूर्व मंत्री की मौजूदगी में उन पर हमला बोल मारपीट की गयी। घटना का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था।
पीड़िता के स्वजनों ने पूर्व मंत्री के खिलाफ एसएसपी के यहां शिकायत की। दुष्कर्म पीडि़ता द्वारा मुख्यमंत्री को गुहार लगाते हुए आरोपितों पर कार्रवाई न होने पर आत्मदाह की चेतावनी का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ। इसके बाद पुलिस ने आठ नामजद और 25-30 अज्ञात आरोपितों पर लॉकडाउन उल्लघंन का मुकदमा दर्ज किया।
शनिवार को एसएसपी बबलू कुमार दुष्कर्म पीडित किशोरी के स्वजनों से मिलने गांव पहुंचे थे। पीड़िता और उसके मां-बाप ने एसएसपी से अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई। सभी आरोपियों पर जल्द कार्यवाही का आश्वासन दिया था। एसपी ग्रामीण प्रमोद कुमार ने बताया रविवार को एसआइटी ने पीड़िता के बयान दर्ज किए हैं।
पीड़िता के घर पर पुलिस, गांव में पीएसी
दुष्कर्म पीड़िता का परिवार आरोपितों की धमकी के बाद से दहशत में है। पीड़िता के घर पर फाेर्स तैनात है। जो 12-12 घंटे की शिफ्ट में तैनात रहेगा। वहीं गांव में एक प्लाटून पीएसी तैनात की है। फोर्स को आदेश दिया गया है कि वह पीडि़ता और उसके परिवार की सुरक्षा साए की तरह करेगा।