गाईये गणपति जगवंदन, शंकर सुवन भवानी के नंदन..
अनंत चतुर्दशी पर गणेश जी की प्रतिमाओं का हुआ विसर्जन गणपति से संकट हरने की श्रद्धालुओं ने की प्रार्थना
आगरा, जागरण संवाददाता। ढोल की थाप पर नृत्य करते और गणपति की जय-जयकार करते युवा। हवा में उड़ता अबीर और चेहरों पर नजर आता उल्लास। अनंत चतुर्दशी पर रविवार को यमुना किनारे गणपति विसर्जन को बनाए गए कुंडों पर यही नजारा देखने को मिला। भगवान गणेश का विसर्जन कर श्रद्धालुओं ने जल्दी आने की कामना की। इसके साथ ही कोरोना और डेंगू रूपी विघ्नों को हरने की प्रार्थना विघ्नहर्ता से की गई।
गणेश चतुर्थी पर घरों व मंदिरों में गणेश जी की प्रतिमाओं की स्थापना की गई थी। 10 दिवसीय गणेशोत्सव के बाद अनंत चतुर्दशी पर श्रद्धालुओं ने घरों व मंदिरों में विराजमान गणेश प्रतिमा की आरती कर और विसर्जन के लिए यमुना के किनारे पर कैलाश मंदिर, बल्केश्वर, हाथीघाट और दशहरा घाट लेकर पहुंचे। कुंडों पर पुलिस प्रशासन ने बेरीकेडिग कर रखी थी। पुलिस किसी को बेरीकेडिग से आगे नहीं जाने दे रही थी। श्रद्धालुओं ने गणेश जी की आरती की और फिर प्रतिमाओं का विसर्जन किया। गणेश जी से कोरोना और डेंगू रूपी विघ्नों को हरने की प्रार्थना करते हुए अगले बरस जल्दी आने की कामना श्रद्धालुओं ने की। ढोल की थाप पर किया नृत्य
श्रद्धालु गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए श्रद्धालु ढोल वालों को साथ लेकर पहुंचे। ढोल की थाप और भक्ति गीतों पर श्रद्धालुओं ने जमकर नृत्य किया। पूर्व की अपेक्षा कम रही भीड़
पिछले वर्ष कोरोना काल में गणेश पंडाल नहीं सजे थे। इस बार भी शासन ने पंडाल सजाने की अनुमति नहीं दी थी। इसके चलते 2019 की अपेक्षा भीड़ कम रही। करीब तीन हजार प्रतिमाओं का विसर्जन कुंडों में हुआ।