अग्निशमन के मानकों की अनदेखी कर रहा था श्री पारस अस्पताल

अग्निशमन विभाग को जनवरी और अप्रैल में निरीक्षण के दौरान मिली थीं कमियां अस्पताल को दिया गया था नोटिस

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 10:30 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 10:30 PM (IST)
अग्निशमन के मानकों की अनदेखी कर रहा था श्री पारस अस्पताल
अग्निशमन के मानकों की अनदेखी कर रहा था श्री पारस अस्पताल

आगरा, जागरण संवाददाता । कोविड हास्पिटल बनाए गए श्री पारस अस्पताल ने अग्निशमन इंतजाम के मानकों की अनदेखी की थी। अग्निशमन विभाग ने इस साल जनवरी और अप्रैल में अस्पताल का निरीक्षण किया था। इस दौरान वहां अग्निशमन के पर्याप्त इंतजाम न मिलने पर उन्हें दूर करने के संबंध में नोटिस दिया गया था। इसकी जानकारी संबंधित विभागों को भी दी गई थी। इसके बावजूद श्री पारस अस्पताल को कोविड अस्पताल बनाने पर अब सवाल उठ रहे हैं।

श्री पारस अस्पताल पर वर्ष 2020 में महामारी अधिनियम के तहत न्यू आगरा थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। आरोप था कि अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से आसपास के कई जिलों में कोरोना संक्रमण फैला। इसके बाद अस्पताल पर सील लगा दी गई थी। अस्पताल के खिलाफ दर्ज महामारी एक्ट के मुकदमे में पुलिस चार्जशीट लगा चुकी है।

इस साल जनवरी में अग्निशमन विभाग ने शहर में संचालित श्री पारस, एपेक्स, खुशी और एसआर अस्पतालों का निरीक्षण किया था। इनमें कमियां मिलने पर अस्पतालों को उन्हें दूर करने के लिए लिखा गया था। अप्रैल में अग्निशमन विभाग ने कोविड हास्पिटल बनाने के लिए चिन्हित किए गए श्री पारस अस्पताल का निरीक्षण किया। इसमें पाया गया कि आग से बचाव के इंतजाम अधूरे हैं। विभाग ने अस्पताल को मानकों के अनुसार अग्निशमन के उपाय करने के लिए लिखा था। ये मिले थे इंतजाम

-10 हजार लीटर का टेरेस टैंक

-550 एलपीएम क्षमता का पंप

-छह फायर एक्सटिग्यूशर

-हौज रील अकार्यशील

-स्वचलित चेतावनी पद्धति, विद्युत अग्नि चेतावनी पद्धति अकार्यशील

अग्निशमन विभाग ने इन मानकों को पूरा करने को लिखा था

-50 हजार लीटर क्षमता का भूमिगत टैंक

-1620 लीटर क्षमता का विद्युत चालित पंप, समकक्ष क्षमता का डीजल चालित पंप व 180 एलपीएम क्षमता का जौकी पंप

-बेसमेंट में आटोमैटिक स्प्रिंकलर सिस्टम

-मानक के अनुसार फायर एक्सटिग्यूशर

-वेट राइजर सिस्टम विभाग ने अपने निरीक्षण में यह की थी टिप्पणी

ऊंचाई के सापेक्ष भवन में सेटबैक नहीं है। इसे उपलब्ध कराया जाना वांछनीय है। सुगम आगमन के लिए एक आंतरिक स्टेयरकेस दो मीटर चौड़ा, जबकि एक बाहरी स्टेयरकेस ढाई मीटर चौड़ा उपलब्ध कराए जाने की जरूरत है। इसके साथ ही इससे संबंधित प्रशिक्षित स्टाफ को 24 घंटे उपलब्ध रखने के लिए निर्देशित किया गया था।

श्री पारस अस्पताल के निरीक्षण में कई बिदुओं पर खामियां मिली थीं। अस्पताल में आग से बचाव के इंतजाम पूरे नहीं मिले थे। अस्पताल को अग्निशमन मानकों को पूरा करने के लिए लिखा गया था।

अक्षय रंजन शर्मा, मुख्य अग्निशमन अधिकारी

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