आगरा देहात अंचल में दिखाएं सख्ती, तभी लगेगा अवैध खनन पर शिकंजा

ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस और वनकर्मियों की मिलीभगत से हो रहा बालू मिट्टी गिट्टी और पत्थर का खनन

By JagranEdited By: Publish:Mon, 09 Nov 2020 06:20 AM (IST) Updated:Mon, 09 Nov 2020 06:20 AM (IST)
आगरा देहात अंचल में दिखाएं सख्ती, तभी लगेगा अवैध खनन पर शिकंजा
आगरा देहात अंचल में दिखाएं सख्ती, तभी लगेगा अवैध खनन पर शिकंजा

जेएनएन, आगरा: खनन माफिया का दुस्साहस यूं ही नहीं बढ़ा। क्षेत्रीय स्तर पर मिलीभगत और सहयोग इन्हें बेखौफ बना रही है। इनका तंत्र इतना मजबूत है कि पुलिस प्रशासन क कार्रवाई से पहले ही इन्हें भनक मिल जाती है और ये आसानी से बच निकलते हैं। चंबल, यमुना नदी से बालू, मोरंग और रेत के अलावा गिट्टी, पत्थर के खनन पर भी पुलिस शिकंजा नहीं कस पाई है। बाह, पिनाहट, खेरागढ़, जगनेर, फतेहपुर सीकरी, एत्मादपुर, खंदौली, फतेहाबाद समेत ज्यादातर ग्रामीण इलाकों में जोरशोर पर अवैध खनन किया जा रहा है। बाह में दिनभर अवैध खनन

बाह: चंबल नदी से तड़के ऊंट और यमुना नदी से ट्रैक्टर-ट्राली से बालू का खनन किया जा रहा है। चंबल के बासौनी, हरलाल पुरा, उमरैठा, विप्रावली, पडुआपुरा, प्यारम पुरा, नंदगांव आदि प्रमुख घाट हैं। यमुना नदी के विक्रमपुर, कछपुरा, सिधावली, कोट, पारना का नगला सुरई, कचौराघाट, बलाई घाट से हर रोज दर्जनों ट्रैक्टर-ट्राली दिनभर बालू खनन करते हैं। यह खेल वनकर्मी और पुलिसकर्मियों की मिलीभगत से होने की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता। महीनेदारी के कारण ही इस धंधे पर कार्रवाई नहीं हो पाती। सीमावती राजस्थान से लाया जा रहा पत्थर

खेरागढ़: सीमावर्ती राज्य राजस्थान से पत्थर, गिट्टी व डस्ट का अवैध खनन कर ट्रैक्टर-ट्रालियों में ले जाया जाता है। राजस्थान से आने वाले ज्यादातर खनन के वाहन रूंध, लालपुर, बसई नवाब बार्डर से ही प्रवेश करते हैं। इरादतनगर के गढ़ी अहीर, कटरा, पुसैंता, वृथला, डूंढीपुरा, लादूखेड़ा, नगला मोहरे, पुरा, जाजऊ, भेसोन, दनकसा, जगनेर आदि गांवों में कच्चे मार्गो से दिन भर पत्थरों से लदे वाहन गुजरते हैं। राजस्थान के सहपऊ बॉर्डर से भरतपुर तक का 10 किलोमीटर का सफर बेहद तेजी से तय किया जाता है। यहां से प्रतिदिन चंबल लेकर 100 ट्रैक्टर-ट्राली गुजरते हैं। निजी वाहनों से चलते हैं हथियारबंद लोग

फतेहाबाद: डौकी के गांव समोगर में यमुना नदी से बालू व रेत का खनन पुलिसकर्मी व वनकर्मियों की मिलीभगत से हो रहा है। समोगर के यमुना घाट से प्रतिदिन 30 से अधिक ट्रैक्टर-ट्राली अवैध खनन कर गुजरते हैं। इसके अलावा निबोहरा के उटंगन नदी के नागर घाट, वरना घाट, नयापुरा, धारापुरा से बड़े पैमाने पर बालू का खनन किया जा रहा है। इन ट्रैक्टर-ट्रालियों के साथ हथियारबंद लोग अपने-अपने वाहनों में निगरानी करते हुए चलते हैं। किसी भी तरह की रोकटोक पर वे फायरिग कर भाग निकलते हैं। तड़के तीन बजे से ही हो जाता है शुरू

खंदौली: गाव पोइया, मदनपुर में यमुना नदी से बालू व रेत का अवैध खनन बडे़ पैमाने पर पुलिस की मिलीभगत से हो रहा है। यमुना नदी घाट से रोजाना दर्जनों टैक्टर ट्राली तड़के तीन बजे से ही निकलना शुरू हो जाते हैं। इसके अलावा उस्मानपुर, बहरामपुर, खंदौली, बरहन, मलूपुर क्षेत्र में भी मिट्टी का खनन हो रहा है।

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