जल संस्थान की लापरवाही, कनेक्शन सरेंडर के बाद भी भेजा बिल

कार्यालय में नहीं मिला रिकार्ड नगरायुक्त से शिकायत तीन लाख हैं भवन स्वामी

By JagranEdited By: Publish:Sun, 08 Nov 2020 06:50 AM (IST) Updated:Sun, 08 Nov 2020 06:50 AM (IST)
जल संस्थान की लापरवाही, कनेक्शन सरेंडर के बाद भी भेजा बिल
जल संस्थान की लापरवाही, कनेक्शन सरेंडर के बाद भी भेजा बिल

आगरा, जागरण संवाददाता। जल संस्थान के अफसरों की लापरवाही से लोग परेशान हैं। सीवर और वाटर का कनेक्शन सरेंडर होने के बाद भी बिल भेजे जा रहे हैं। वहीं कार्यालय में कनेक्शन सरेंडर करने वालों का कोई रिकार्ड भी नहीं है। इसकी शिकायत नगरायुक्त निखिल टीकाराम से की गई है। पार्षदों ने पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। जल्द ही इस मामले को नगर निगम के सदन में भी उठाया जाएगा।

नगर निगम के सौ वार्ड में तीन लाख भवन स्वामी हैं। इसमें ढाई लाख भवन स्वामियों के यहां सीवर और पानी का कनेक्शन है। सिंगी गली निवासी शिव प्रसाद गुप्ता ने 24 अगस्त 2017 को पानी का कनेक्शन सरेंडर किया। जल संस्थान की टीम घर आई और पाइप काट कर ले गई,। इसके बाद भी जल संस्थान की टीम ने पांच नवंबर को 1815 रुपये का बिल भेज दिया। शिव ने कार्यालय में संपर्क किया तो कर्मचारियों ने बिल जमा कराने के लिए दबाव बनाया। कार्यालय में कोई रिकार्ड न होने की बात कही। इसी तरह से उर्मिला सक्सेना ने 13 मार्च 2018 को पानी का कनेक्शन सरेंडर किया। अब उन्हें भी 1817 रुपये का बिल भेजा गया है। पार्षद रवि माथुर ने बताया कि तीन से पांच साल पूर्व जिन लोगों ने कनेक्शन सरेंडर किए हैं। उसका रिकार्ड कार्यालय में नहीं मिल रहा है। नगरायुक्त निखिल टीकाराम से मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की गई है। पार्षद राकेश जैन का कहना है कि जल संस्थान कार्यालय में दस्तावेजों का रखरखाव ठीक से नहीं किया जा रहा है।

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