दारोगा को जेल भेज दो नहीं तो भूखा ही त्याग दूंगा प्राण

युवक के पिता की हालत और बिगड़ी हास्पिटल जाने से किया इन्कार एंबुलेंस लेकर पहुंचे थे पुलिस अधिकारी

By JagranEdited By: Publish:Sun, 14 Nov 2021 10:20 PM (IST) Updated:Sun, 14 Nov 2021 10:20 PM (IST)
दारोगा को जेल भेज दो नहीं तो भूखा ही त्याग दूंगा प्राण
दारोगा को जेल भेज दो नहीं तो भूखा ही त्याग दूंगा प्राण

आगरा, जागरण संवाददाता। होनहार बेटे की मौत के बाद आरोपितों को सजा दिलाने को पिता भूख हड़ताल पर बैठे हैं। छठवें दिन उनकी हालत और बिगड़ गई। भूख हड़ताल से उनकी आंतें सिकुड़ती जा रही हैं। ब्लड प्रेशर भी कम हो रहा है। डाक्टरों की सलाह के बाद पुलिस रविवार को उन्हें हास्पिटल में भर्ती कराने को लेने पहुंची। मगर, उन्होंने उठने से इन्कार कर दिया। कह दिया कि बेटा नहीं रहा। आरोपित दारोगा को जेल नहीं भेजा गया तो भूख ही प्राण त्याग दूंगा। भूख हड़ताल से उठूंगा नहीं।

मांगरौल निवासी कृष्ण मुरारी सिंह के ट्रेन से कटकर खुदकुशी करने के मामले में दारोगा केशव शांडिल्य व अन्य की अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है। दारोगा की गिरफ्तारी को लेकर कृष्ण मुरारी के पिता देवेंद्र परमार गांव में ही भूख हड़ताल पर बैठे हैं। रविवार को उनकी भूख हड़ताल का छठवां दिन था। शनिवार को देवेंद्र की हालत बिगड़ी थी। सोमवार को और हालत बिगड़ गई। डाक्टरों की टीम दोपहर तीन बजे उनके पास पहुंची और चेकअप किया। इसके बाद डाक्टरों ने बताया कि देवेंद्र का ब्लड प्रेशर लगातार कम हो रहा है। खाना न खाने के कारण उनकी आंतें सिकुड़ रही हैं। उन्हें हास्पिटल में भर्ती कराने की जरूरत है। उनकी सलाह पर इंस्पेक्टर सिकंदरा विनोद कुमार और चौकी इंचार्ज रुनकता गौरव वर्मा शाम पांच बजे एंबुलेंस लेकर पहुंच गए। डाक्टर की सलाह का हवाला देते हुए देवेंद्र परमार से एंबुलेंस में बैठकर हास्पिटल चलने को कहा। मगर, उन्होंने इन्कार कर दिया। देवेंद्र ने कह दिया कि वे कहीं नहीं जाएंगे। बेटा नहीं रहा। अब दारोगा की गिरफ्तारी होने तक भूख हड़ताल से वे नहीं उठेंगे। चाहें उनकी जान चली जाए। काफी देर तक पुलिस ने उन्हें समझाने का प्रयास किया। मगर, उनके न मानने पर एंबुलेंस लेकर पुलिस लौट गई।

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