बालिका की मौत पर भड़के स्वजन, डाक्टरों को पीटा
उपाध्याय हास्पिटल में भर्ती सात साल की बालिका की मौत डा. रजनीश मिश्रा अस्पताल में भर्ती डा. दीपक शर्मा को जडे़ थप्पड़
आगरा, जागरण संवाददाता। डा. राजीव उपाध्याय हास्पिटल, शहीद नगर में सोमवार को सात साल की बालिका की मौत पर स्वजन भड़क गए। उन्होंने डा. दीपक शर्मा और डा. रजनीश मिश्रा को पीटा। सिर, पेट और सीने में चोट आने पर डा. रजनीश को अस्पताल में भर्ती किया गया है। इस घटना से आइएमए, आगरा में आक्रोश है। आरोपितों को गिरफ्तार करने की मांग की है।
नौवरी, शमसाबाद रोड निवासी रमाकांत ने अपनी सात साल की बेटी दिव्यांशी को रविवार को उपाध्याय हास्पिटल, शहीद नगर में भर्ती कराया। यहां बाल रोग विशेषज्ञ डा. प्रखर मोहनिया बालिका का इलाज कर रहे थे। बालिका की पीलिया बिगड़ने (हेपेटिक एन्सेफ्लोपैथी) से हालत गंभीर थी। बालिका को देखने के लिए गेस्ट्रोएंट्रोलाजिस्ट दीपक शर्मा को बुलाया गया मगर, वे छुट्टी पर थे । सोमवार सुबह डा. दीपक शर्मा अस्पताल पहुंचे। उन्हें बालिका को देखा, उसके कुछ देर बाद ही बालिका की मौत हो गई। स्वजनों ने फीस जमा करने के बाद भी रविवार को बालिका को डाक्टर द्वारा न देखने पर हंगामा किया। उपाध्याय हास्पिटल के संचालक डा. राजीव उपाध्याय ने बताया कि बालिका के शव को लेकर स्वजन बाहर आ गए। इसी दौरान डा. दीपक शर्मा बाहर निकले। उन्हें लोगों ने घेर लिया। थप्पड़ जड़ दिए, उन्हें बचाने के लिए एनेस्थीसिया विशेषज्ञ डा. रजनीश मिश्रा आए। लोगों ने उन्हें पीटना शुरू कर दिया। वे जमीन पर गिर गए। हास्पिटल के कर्मचारियों ने उन्हें बचाया। डा. रजनीश मिश्रा के सिर, सीने और पेट में चोट आई है। उन्हें उपाध्याय हास्पिटल में भर्ती किया गया है। इस मामले में डा. रजनीश मिश्रा के पिता एसएन मिश्रा निवासी अर्जुन नगर ने थाना सदर में तहरीर दी है। इस घटना से आइएमए, आगरा के सदस्यों में आक्रोश है।
सीसीटीवी में डाक्टर को पीटते दिखाई दे रहे लोग
हास्पिटल संचालक डा. राजीव उपाध्याय ने बताया कि पुलिस को सीसीटीवी फुटेज भी सौंपा गया है। इसमें लोग डाक्टर को पीटते हुए दिखाई दे रहे हैं। मुंह पर मास्क है। कर्मचारियों के आने पर लोग हास्पिटल से चले गए। आइएमए ने बुलाई बैठक
आइएमए, आगरा के अध्यक्ष डा. रवि मोहन पचौरी ने बताया कि मंगलवार को सुबह झंडारोहण के बाद आइएमए, भवन पर बैठक बुलाई गई है। इसमें डाक्टरों के साथ हुई मारपीट के मामले को लेकर रणनीति बनाई जाएगी। इस घटना से डाक्टरों में आक्रोश है।