Coronavirus Vaccine: दो सुई जिंदगी की लगवाने को 250 किमी तक का सफर कर रहे दिल्लीवासी

Coronavirus Vaccine मूलचंद हॉस्पिटल में चार दिन पहले 18-44 आयु वर्ग के लोगों को टीका लगाने की शुरुआत हुई। अब तक 455 लोगों को टीके की खुराक दी जा चुकी है और इनमें से 40 प्रतिशत लोग दिल्ली गुरुग्राम नोएडा मेरठ इटावा और मथुरा के निवासी हैं

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Wed, 09 Jun 2021 05:29 PM (IST) Updated:Wed, 09 Jun 2021 05:29 PM (IST)
Coronavirus Vaccine: दो सुई जिंदगी की लगवाने को 250 किमी तक का सफर कर रहे दिल्लीवासी
दिल्ली में स्लॉट न मिलने के चलते आगरा में टीका लगवाने आ रहे लोग।

आगरा, जागरण संवाददाता। सुनने में बात अजीब जरूर है पर सोलह आने सच है। दो सुई जिंदगी की यानि कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए दिल्लीवासी आगरा तक की यात्रा कर रहे हैं। मंगलवार को यहां आगरा-मथुरा हार्इवे स्थित मूलचंद मेडिसिटी अस्पताल में 72 दिल्लीवासियों ने टीके लगवाए। चार दिन पहले 18-44 आयु वर्ग के लोगों को टीका लगाने की शुरुआत हुई। अब तक 455 लोगों को टीके की खुराक दी जा चुकी है और इनमें से 40 प्रतिशत लोग दिल्ली, गुरुग्राम, नोएडा, मेरठ, इटावा और मथुरा के निवासी हैं।

आगरा और दिल्ली के बीच की दूरी 224 किलोमीटर है और मेरठ आगरा से 232 किलोमीटर दूर है। मूलचंद मेडिसिटी के चिकित्सा निदेशक विभु तलवार ने कहा, ''कोविड-19 की भयावह दूसरी लहर के बाद लोगों ने टीका लगवाने के महत्व को समझा। वे इसके लिए ढाई सौ किलोमीटर दूर तक जा रहे हैं।'' उन्होंने कहा, ''लोग टीका लगवाने मैनपुरी, अलीगढ़, इटावा, मथुरा, दिल्ली, मेरठ, गुरुग्राम, नोएडा जैसी जगहों से आ रहे हैं। यह अच्छा संकेत है कि लोग कोविड-19 रोधी टीका लगवाने के लिए ढाई सौ किलोमीटर तक की यात्रा कर रहे हैं और इसे गंभीरता से ले रहे हैं। अब तक अस्पताल में टीका लगवाने वालों में से 40-50 प्रतिशत लोग आगरा के बाहर के थे। मंगलवार को 270 लोगों ने वैक्सीन लगवाई।

प्रीति डुंगरियाल (35) और उनके पति ने कोवैक्सिन की दूसरी खुराक लेने के लिए नोएडा से आगरा तक की दूरी तय की। प्रीति ने कहा, ''हमने आठ मई को टीके की पहली खुराक ली थी और दूसरी खुराक के लिए स्लॉट बुक करने के वास्ते पिछले तीन चार दिन से प्रयास कर रहे थे। लेकिन हमें सफलता नहीं मिली।'' डुंगरियाल ने कहा, ''इसके बाद हमने देखा कि आगरा में टीके के लिए स्लॉट उपलब्ध है, तो हमने वहां जाने का फैसला किया। यह काफी सुविधाजनक रहा। सबसे महत्वपूर्ण यह है कि हमें समय पर टीके की खुराक उपलब्ध हो गयी।

दिल्ली में नहीं मिल रहा था स्लॉट

इसी प्रकार पश्चिमी दिल्ली के राजौरी गार्डन के निवासी पुलकित गुप्ता (32) ने भी अपनी पत्नी के साथ आगरा जाकर टीके की दूसरी खुराक ली। टीका लगवाने के बाद दिल्ली लौटते समय पुलकित ने कहा, ‘दिल्ली में टीके की दूसरी खुराक के लिए हमें स्लॉट नहीं मिल पा रहा था। इसलिए मैंने नजदीकी शहरों में स्लॉट ढूंढने की कोशिश की। आगरा दिल्ली से केवल कुछ ही घंटे की दूरी पर स्थित है। मेरा मानना है कि सही समय पर टीके की दोनों खुराक लेना अधिक महत्व रखता है। 

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