Sawan Somwar 2020: पहरे में शिवालय, कोरोना ने लगाई कांवड़, मेला, परिक्रमा पर भी रोक

Sawan Somwar 2020 शहर के चारों कोनों में स्थित प्राचीन शिवालयों सहित मनकामेश्‍वर मंदिर के भी हैं पट बंद। मंदिर के सेवायत ही कर रहे पूजन अर्चन।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Mon, 06 Jul 2020 11:49 AM (IST) Updated:Mon, 06 Jul 2020 11:49 AM (IST)
Sawan Somwar 2020: पहरे में शिवालय, कोरोना ने लगाई कांवड़, मेला, परिक्रमा पर भी रोक
Sawan Somwar 2020: पहरे में शिवालय, कोरोना ने लगाई कांवड़, मेला, परिक्रमा पर भी रोक

आगरा, जागरण संवाददाता। आदि अनंत शिव का सबसे प्रिय माह सावन इस बार आगरा में सूना ही गुजर जाएगा। आज सावन का पहला सोमवार है लेकिन शहर की चारों दिशाओं में स्थित प्रमुख शिवालयों में न बम बम गूंज हैै और न भक्‍तोंं की कतारें लगी हैं। यदि कुछ है तो वो बस पुलिस का सख्‍त पहरा। सुबह से ही खाकी शहर के सभी प्रमुख शिवालयों के द्वार पर पहरेदार बनकर तैनात है।

आगरा में सावन के सोमवार का महत्‍व सदैव से ही रहा है। इसके पीछे प्रमुख वजह है कि शहर की चारों दिशाओं में स्थित प्राचीन मंदिर। सावन के चारों सोमवारों काेे यहां क्रमवार विशेष मेला लगते हैं। दूसरे सोमवार को लगने वाली बल्‍केश्‍वर महादेव की परिक्रमा के कारण एक दिन पूर्व रविवार रात से ही बम बम की गूंज होने लगती है। लेकिन इस बार न सड़कों पर भोले के जयकारे हैं और न ही मंदिरों में लंबी कतारें। आगरा क्‍योंकि कंटेनमेंट और बफर जोन में आता है, जिसके चलते एहतियातन शहर में न मंदिरों के कपाट भक्‍तों के लिए खोले गए हैं और न  ही एतिहासिक स्‍मारकों के दरवाजे पर्यटकों के लिए खुले हैं। सावन के पहले सोमवार को प्राचीन राजेश्‍वर मंदिर में मेला लगता है लेकिन यहां सुबह से ही पुलिस बल तैनात है, ताकि भक्‍त नियम का उल्‍लंघन न करें और संक्रमण की चपेट में न आएं। कमोवेश यही स्थिति पृथ्‍वीनाथ महादेव, बल्‍केश्‍वर महादेव और कैलाश महादेव सहित मन:कामेश्‍वर मंदिर पर भी है। इन मंदिरों पर तड़के से ही कांवड़ चढ़ाने वालों से लेकर आम भक्‍तों का रेला उमड़ता था लेकिन आज परिसर सूने हैं। हालाकि मंदिरों में सेवायत पूजन अर्चना कर रहे हैं। 

दुकानें भी हैं बंद

शिव मंदिरों के बाहर फूलमाला, बेलपत्र, धतूरा, दीपक वालों की दुकानें लगती हैं। इन दुकानों के खुलने से कहीं श्रद्धालुओं में भ्रम न फैल जाए इसलिए प्रशासन ने इन दुकानों के खुलने की अनुमति नहीं दी है। 

ऑनलाइन दे रहे भोलेनाथ दर्शन

मंदिरों में ऑनलाइन पूजन, दर्शन की व्‍वस्‍था की गई है। इसके लिए मंदिर संचालकों ने फेसबुक पेज पर लाइव दर्शन के अलवा यूट्यूब और वाट्सएप पर भी अलग- अलग व्‍यवस्‍था की है।  

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